हिंदी विवेक
  • Login
  • परिचय
  • संपादकीय
  • पूर्वांक
  • ग्रंथ
  • पुस्तक
  • संघ
  • देश-विदेश
  • पर्यावरण
  • संपर्क
  • पंजीकरण
No Result
View All Result
  • परिचय
  • संपादकीय
  • पूर्वांक
  • ग्रंथ
  • पुस्तक
  • संघ
  • देश-विदेश
  • पर्यावरण
  • संपर्क
  • पंजीकरण
No Result
View All Result
हिंदी विवेक
No Result
View All Result
नहीं होगा तनाव अगर मन में होंगे सकारात्मक भाव

नहीं होगा तनाव अगर मन में होंगे सकारात्मक भाव

by हिंदी विवेक
in विषय, संस्कृति, स्वास्थ्य
0

अपनी किसी एक इंद्रिय के साथ वर्तमान क्षण में रहें:दृष्टि, गंध, ध्वनि और स्वाद – आप आश्चर्यचकित होंगे कि जब आप इनमें से किसी एक पर ध्यान केंद्रित करते हैं तो तनाव कितनी जल्दी गायब हो जाता है। कुछ ऐसा खाएं जो आपको पसंद हो और हर निवाले का मजा लें। कोई सुंदर संगीत सुनें और उसे अपने अंदर समा जाने दें।

हम सभी जानते हैं कि जब हमारे मानसिक तनाव का स्तर बढ़ जाता है तोहमारी मानसिक दशा का नकारात्मक होना स्वाभाविक सा हो जाता है, लेकिन कहा जाता है नकि जहां एक समस्या उत्पन्न होती है वहां हल होने के भी कम से कम दस रास्ते निकल आतेहैं। सवाल यह है कि हम तनावग्रस्त क्यों हो जाते हैं? जब हमें यह चिंता सताती है कि हमकिसी जरुरी कार्यक्रम में समय पर नहीं पहुंच पाएंगे या.? या फिर हमारा अपना कोईगम्भीरबीमारी से जूझ रहा हो और हम कुछ नहीं कर पा रहे हैं।हमारे कार्यालय के अध्यक्ष महोदय ने हमें कोई काम निर्धारित अवधि तक करने को कहा हो और वो नहीं हो पा रहा हो। कई बार आर्थिक चिंता भी हमारे तनाव का कारण बनता है।जब तनाव हो तो त्वरित शांति के लिए इनमें से किसी एक तकनीक को अवश्य आजमाएं।

  1. श्वास व्यायाम का अभ्यास करें-अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करें, अन्य सभी विचारों को एकतरफ रख दें। अंदर आती और बाहर जाती सांस के प्रति सचेत रहेंऔर सांस लेने और छोड़ने के\क्रम पर ध्यान केंद्रित करें।
  2. ध्यान करें-ध्यान आपके मन को शांत करने में मदद करता है। ध्यान के दौरान आप अपने विचारों पर प्रतिक्रिया नहीं करते हैं।आप बस उन्हें नोटिस करते हैं। शुरू करने के लिएआप एक आरामदायक जगह बैठे और अपनी आंखे बंद कर लें। कुछ गहरी सांस लें, और फिर एक स्थिर, समान श्वास पैटर्न पर वापस आए। अपनी सांस अंदर और बाहरजाने पर ध्यान केंद्रित करेंऔर अगर आपका मन भटकने लगे तो उस पर वापस लौटें। एकमिनट के लिए भी ध्यान करने से फर्क पड़ सकता है।
  3. जागरूक होना- जागरूक होने के लिए कोई सामान्य गतिविधि चुनें और एकाग्र होकर स्वयंको उस स्थिति के अनुरूप ढालने का प्रयत्न करें। उदाहरण के लिए आप अपनी पसंद के कईगाने सुनें और और उनका आनंद उठाए। गाने के कलाकार, गीतकार और उस गाने के दृश्य कीकल्पना करें। निश्चित रूप से लाभ होगा। अपनी कोई मनपसंद फिल्म देखें और उसके सबसेअच्छे पात्रों में कुछ पलों के लिएअपनी उपस्थिति महसूस करने का प्रयत्न करें।
  4. किसी दोस्त या परिवार के करीबी सदस्य से बात करें: हमारी मानसिक दशा ऐसी होती है कि हम अपने दोस्तों से सम्पर्क करने और उनसे सम्पर्क में रहने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। विशेषतौर पर तब जब हम तनावग्रस्त होते हैं। तनाव भरे दिन के बाद मन बहलाने या आराम करने के लिए किसी मित्र या परिवार के सदस्य से अविलंब फ़ोन पर बात करने का सफल प्रयास करें।
  5. विश्राम सम्बन्धी व्यायाम करें: अपने शरीर के प्रत्येक मांसपेशी समूह को लचीलापन दें और फिरउसे पहले की स्थिति में लाने का प्रयास करें। यदि आपका शरीर शारीरिक रूप से आराम कर रहा है, तो आपके तनावग्रस्त होने की संभावना को शून्यता प्रदान करती है।
  6. व्यायाम: व्यायाम तनाव से राहत दिलाने वाला एक बेहतरीन उपाय हो सकता है जो मस्तिष्कमें अच्छा महसूस कराने वाले रसायन को रिलीज करता है और आपको स्वाभाविक रूप से तनावसे बाहर निकालने में मदद करता है। विशेष रूप से, चलना या दौड़ना लयबद्ध गति प्रदान करताहै जो आपको अपना ध्यान फिर से समायोजित करने और तनाव से राहत दिलाने में मदद कर सकता है।
  7. खुद को रचनात्मक कार्य में डुबोएं: कुछ ऐसा रचनात्मक काम करना जो आपको पसंद हो, जैसे खाना बनाना,बागवानी करना या फोटो लेने जैसे स्वाभाविक कार्य आपको तनावपूर्ण स्थिति मेंआराम दे सकता है।
  8. अपनी भवनाये व्यक्त करें: अपने तनाव के मूल आधार के बारे में एक डायरी में लिखें। आप उस दिन हुए किसी सकारात्मक अनुभव के बारे में तो अनिवार्य रूप से लिखें। यह दैनिक अभ्यासआपकी सकारात्मक सोच को बढ़ाने में मदद कर सकता है।
  9. अपनी किसी एक इंद्रिय के साथ वर्तमान क्षण में रहें:दृष्टि, गंध, ध्वनि और स्वाद – आपआश्चर्यचकित होंगे कि जब आप इनमें से किसी एक पर ध्यान केंद्रित करते हैं तो तनाव कितनी जल्दी गायब हो जाता है। कुछ ऐसा खाएं जो आपको पसंद हो और हर निवाले का मजा लें। कोई सुंदर संगीत सुनें और उसे अपने अंदर समा जाने दें। अपनी 5 इंद्रियों को सक्रिय करनावर्तमान क्षण में खुद को स्थिर रखने और अपने तनाव से अपना ध्यान हटाने का एक शानदार तरीका है।कभी यह न सोचें कि इस दुनिया में सिर्फ मैं दुखी हूं…शेष सारे लोग सुखी हैं…। अगर ऐसा आप सोचते हैं तो आप गलत सोचते हैं। यही सोच तनाव को जन्म देती है और हमें अपने हमारे जीवन में अनगिनत बाधाओं का सामना न चाहते हुए भी करना पड़ता है। वस्तुत: यह कहा जाए कि कभी न महसूस करेंगे तनाव….अगर मन में होंगे सकारात्मक भाव..!

Share this:

  • Twitter
  • Facebook
  • LinkedIn
  • Telegram
  • WhatsApp
Tags: #hindivivek #world #indian#yoga #health

हिंदी विवेक

Next Post
भगवान राम, अयोध्या व सनातन को कोई कभी समाप्त कर ही नहीं सकता

भगवान राम, अयोध्या व सनातन को कोई कभी समाप्त कर ही नहीं सकता

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हिंदी विवेक पंजीयन : यहां आप हिंदी विवेक पत्रिका का पंजीयन शुल्क ऑनलाइन अदा कर सकते हैं..

Facebook Youtube Instagram

समाचार

  • मुख्य खबरे
  • मुख्य खबरे
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • क्राइम

लोकसभा चुनाव

  • मुख्य खबरे
  • मुख्य खबरे
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • क्राइम

लाइफ स्टाइल

  • मुख्य खबरे
  • मुख्य खबरे
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • क्राइम

ज्योतिष

  • मुख्य खबरे
  • मुख्य खबरे
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • क्राइम

Copyright 2024, hindivivek.com

Facebook X-twitter Instagram Youtube Whatsapp
  • परिचय
  • संपादकीय
  • पूर्वाक
  • देश-विदेश
  • पर्यावरण
  • संपर्क
  • पंजीकरण
  • Privacy Policy
  • Terms and Conditions
  • Disclaimer
  • Shipping Policy
  • Refund and Cancellation Policy

copyright @ hindivivek.org by Hindustan Prakashan Sanstha

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist

No Result
View All Result
  • परिचय
  • संपादकीय
  • पूर्वांक
  • ग्रंथ
  • पुस्तक
  • संघ
  • देश-विदेश
  • पर्यावरण
  • संपर्क
  • पंजीकरण

© 2024, Vivek Samuh - All Rights Reserved

0