मिथिला संस्कृति, भाषा, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में शुभसीता फाउंडेशन उल्लेखनीय कार्य कर रही है और अन्य लोगों के समक्ष एक आदर्श स्थापित कर रही है। भविष्य में शुभसीता फाउंडेशन विशेष तौर पर मिथिला में व्यापक परिवर्तन लाने के लिए प्रतिबद्ध है।
वह पढ़ना चाहती थी। उसके पास योग्यता थी, लेकिन वित्तीय प्रावधान न होने की स्थिति में परिवार ने उसकी उच्च शिक्षा के विचार पर पूर्णविराम लगा दिया। शुभसीता फाउंडेशन ने अपनी छात्रा सहायता कोटा के अंतर्गत उक्त छात्रा को पूर्ण छात्रवृत्ति प्रदान की। इसी तरह अनेक मेधावी छात्र-छात्राओं को आगे बढ़ने में शुभसीता फाउंडेशन सहायता कर रही है।
छात्र सम्मान कार्यक्रम का आयोजन
शुभसीता फाउंडेशन द्वारा विगत 6 जुलाई को दरभंगा में छात्र अभिनंदन समारोह 2024 का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम में 300 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया। इसमें नृत्य, भाषण, चित्रकला, विज्ञान आविष्कार परियोजनाओं जैसे रोचक आयोजनों की प्रस्तुति की गई थी। 10वीं और 12वीं कक्षाओं में सबसे अधिक अंक लाने वाले छात्र-छात्राओं को स्मृति चिन्ह और नकद पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। इस भव्य आयोजन में एजुकेशनल ब्लॉक रिसोर्स पर्सन (ब्लॉक संसाधन व्यक्ति) को भी आमंत्रित किया गया था।
शुभसीता फाउंडेशन ने यूपीएससी छात्र को दिया सहयोग
विश्वजीत कोकाटे एक प्रतिभाशाली यूपीएससी उम्मीदवार थे, जिनकी वित्तीय पृष्ठभूमि कमजोर थी। शुभसीता ने उनकी प्रतिभा का आंकलन कर परीक्षा तक उन्हें सहयोग देने हेतु चयनित किया। हमें उनकी योग्यता और कर्तव्यनिष्ठता पर पूरा भरोसा है। आशा है कि हमारे सहयोग से विश्वजीत अपने स्वप्नों को साकार कर पाएंगे।
मेगा रोजगार परियोजना
शुभसीता फाउंडेशन ने ‘बेटी है तो कल है’ फाउंडेशन के साथ मिलकर मीरा रोड में मेगा रोजगार परियोजना के अंतर्गत एक अनूठा कार्यक्रम आयोजित किया था। इस आयोजन की सफलता एवं सार्थकता का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि 500 से भी अधिक वॉक इन उम्मीदवारों में से लगभग 150 उम्मीदवारों को वहां नौकरी भी मिल गई।
इस आयोजन में करीब 40 कम्पनियों ने भागीदारी की। (जिनमें कई स्टार्टअप भी थे और कई सुव्यवस्थित रूप से स्थापित कम्पनियां भी थीं)। इस आयोजन में शहर की वर्तमान विधायक गीता जैन भी विशेष तौर पर उपस्थिति थी।
इस दौरान वहां उपस्थित सभी में बड़ा उत्साह देखा गया और सभी ने इस आयोजन की खूब सराहना भी की।
लड़कियों के सशक्तिकरण के लिए विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के विकास को बढ़ावा दिया जाता है व सभी तरह की सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जाती हैं। फैशन डिजाइनिंग, सिलाई, सौंदर्यीकरण पाठ्यक्रम के साथ ही कम्प्यूटर पाठ्यक्रम जैसे विषय भी शामिल हैं। जिससे पढ़ाई सम्पन्न होने के पश्चात इन लड़कियों को रोजगार भी मिल जाए। हमारी कोशिश यही रहती है कि महिलाएं न केवल कौशल प्राप्त करें बल्कि उचित रोजगार पाकर अपने पांवों पर खड़ी भी हो जाएं, जिससे उनका सशक्तिकरण समग्र रूप से होता रहे।
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर शुभसीता फाउंडेशन द्वारा एक सरकारी स्कूल में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों द्वारा विभिन्न विषयों में अपनी प्रतिभाओं का प्रदर्शन किया गया था। जिनमें नृत्य, गायन, सम्भाषण आदि को शामिल किया गया। प्रतियोगिता के पश्चात विजेताओं को पुरस्कार भी वितरित किए गए। कक्षा 10वीं और 12वीं में सर्वाधिक अंक पाने वाले गांव के छात्र-छात्राओं को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। टॉपर्स और कमजोर वित्तीय पृष्ठभूमि से आने वाले कई चयनित छात्रों को लैपटॉप दान किए गए थे। छात्रों ने इस कार्यक्रम की बहुत सराहना की।
23 जुलाई 2023 को गांव के छात्रों के लिए एक अनूठा आयोजन किया था, जिसमें आभासी पटल की तर्ज पर वर्चुअल करियर गाइडेंस और स्टूडेंट फेलिसिटेशन प्रोग्राम (यानी छात्र सम्मान समारोह) शामिल थे। जिसमें बड़ी संख्या में छात्रों की भागीदारी रही। संवाद आदान-प्रदान के लिए 4 उत्कृष्ट वक्ता थे। जिनसे सभी छात्र चर्चा कर लाभान्वित हुए। वक्ताओं में मुकुंद ठाकुर (आईएएस अधिकारी), डॉ. जागृति झा (चिकित्सक), प्रियंका झा (सीएस) और चंदन कुमार साह (उभरते उद्यमी) आदि उपस्थित थे। आयोजन के दौरान 10वीं और 12वीं के सर्वाधिक अंक प्राप्तकर्ता छात्रों सहित अन्य टॉप 7 छात्रों को भी सम्मानित किया गया।
मैथिली भाषा को बढ़ावा
मैथिली भाषा को बढ़ावा देने के लिए 7 अप्रैल 2023 से 9 अप्रैल 2023 के बीच 3 दिवसीय कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। इस आयोजन के लिए भारत और विदेश से 100 से भी अधिक कवियों, लेखकों और दार्शनिकों को आमंत्रित किया गया था। यह आयोजन मड आइलैंड में स्थित रूपवीर बंगले में हुआ था। कार्यक्रम को 17 सत्रों में विभाजित किया गया था। प्रत्येक सत्र में पैनल चर्चा के लिए लगभग 5 सदस्य और 1 मॉडरेटर था। मैथिली भाषा के विकास हेतु आयोजित इस कार्यक्रम में विभिन्न समुदायों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए, इस प्रकार यहां समुदाय और संस्कृति का बहुमूल्य आदान-प्रदान भी देखा गया। पत्रकारों और सिनेमा जगत से आए प्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में मैथिली भाषा की स्थिति एवं उसके उपयोग पर वार्ता और सकारात्मक चर्चा की। भाषा वरीयता के आधार पर रोजगार पर भी विशेष चर्चा की गई और इस मुद्दे को सम्बंधित विभागों तक भी पहुंचाया गया ताकि भविष्य में इस भाषा को जीवित रखा जा सके।
29 जनवरी 2023 शुभसीता फाउंडेशन ने दो अन्य फाउंडेशनों के साथ भागीदारी निभाते हुए भाईंदर पूर्व में एक मेगा मेडिकल कैम्प का आयोजन किया। चिकित्सा शिविर में आंखों की निःशुल्क जांच, ईसीजी, मधुमेह सम्बंधी टेस्ट, ऑर्थो समस्याओं (हड्डियों से जुड़ी समस्याएं) और कई अन्य तरह की मेडिकल जांच आदि की गई। शिविर में बड़ी संख्या में लोगों ने निःस्वार्थ रूप से रक्तदान भी किया। तत्काल चिकित्सा सहायता के लिए लगभग 10 मेडिकल बेड की व्यवस्था की गई थी।
विभिन्न चिकित्सा क्षेत्र के चिकित्सकों और विशेषज्ञों ने उपस्थित सभी जनों को सम्बोधित किया और उन्हें बेहतर स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली की उपयुक्त जानकारी प्रदान की। सभी रोगियों के लिए दंत चिकित्सकों द्वारा सुचारु डेंटल देखभाल के टिप्स और दंत चिकित्सा सहायता भी प्रदान की गई। निःशुल्क दवाओं और स्वास्थ्य की देखभाल सम्बंधी टिप्स भी दिया गया। शिविर में 50 वर्ष से अधिक आयु के मरीजों की भी जांच-पड़ताल की गई। अंत में सभी डॉक्टरों, नर्सों और सहायक टीम को सम्मानित किया गया, साथ ही रक्तदाताओं को भी सम्मानित किया गया। भविष्य में भी शुभसीता फाउंडेशन चिकित्सा शिविरों का आयोजन करने और समाज को शिक्षित करने के लिए तत्पर हैं।
28 जनवरी 2023 शुभसीता फाउंडेशन ने बुजुुर्गों के मनोरंजन हेतु केलवा समुद्र तट पर उनके सैर-सपाटे की योजना बनाई। 50 वर्ष से ऊपर की लगभग 40 बुजुर्ग महिलाओं ने 3 स्वयंसेवकों के साथ दिन बिताया। सभी महिलाओं को हमउम्र दोस्तों के संग सैर-सपाटे में काफी आनंद आया और उत्साह के वातावरण में उन्होंने अपना अनुभव शेयर किया क्योंकि ज्यादातर महिलाओं को लगता है कि एक निश्चित उम्र के बाद परिवार के सदस्य उन्हें बहुत ही बुजुर्ग मानने लगते हैं और प्राय: बाहर के सैर-सपाटे के प्लान के दौरान इनको अनदेखा कर देते हैं।
सभी सहभागियों के लिए यह एक दिवसीय ट्रिप यादगार सिद्ध हुई। सुबह-सुबह आरामदायक बस से यात्रा शुरू हुई। पहला पड़ाव था वसई, जहां पर सभी के लिए गरमा-गरम जैन नाश्ते की व्यवस्था की गई थी। फिर बस उन्हें समुद्री तट पर ले गई, जहां पर सबने कुछ देर आराम किया और फिर उन्होंने मनोरंजन हेतु घोड़ा गाड़ी की सवारी की। इसके साथ ही अन्य कई तरह के दिलचस्प खेलों के रूप में गतिविधियां आयोजित की गई थी।
दोपहर के शुद्ध सात्विक शाकाहारी भोजन के पश्चात सबने पुनः थोड़ा आराम किया। तत्पश्चात सभी महिलाओं को पूरी सहूलियत के साथ समय पर उनके घर तक पहुंचा दिया गया। बड़ों की भावनाओं को समझने व आदर करने का यह सुंदर प्रयास सफल रहा व उन सबके लिए यादगार क्षण बन गया।
-मनोरमा झा