सूर्या फाऊंडेशन द्वारा प्राकृतिक जैविक किसान सम्मेलन

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खेती में बढ़ती रासायनिक खाद के उपयोग से बढ़ती स्वास्थ्य समस्याएं आज की प्रमुख समस्याओं में से एक है। अधिक उत्पादन की दौड़ में अंधाधुंध रसायनिक खादों के प्रयोग से आज मिट्टी दूषित हो गई है। और उन विकृतियों का परिणाम आज हमें खाद्य पदार्थों में दिखता है। खराब होती मृदा पर्यावरण के लिए भी मुश्किलें खड़ी कर रही है। इसके निवारण हेतु आवश्यकता है प्राकृतिक एवं जैविक कृषि की। इस सम्मेलन में आए सभी संबंधित अधिकारियों ने किसानों को प्राकृतिक खेती की तकनीकों को सिखाया।

भारतीय शेयर बाजार पहुंचा विश्व में पांचवे स्थान पर

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नैशनल स्टॉक एक्स्चेंज पर लिस्टेड समस्त कम्पनियों (निफ्टी) का कुल बाजार पूंजीकरण 4 लाख करोड़ अमेरिकी डॉलर अथवा 335 लाख करोड़ रुपए के स्तर को पार कर गया है।पिछले 10 वर्षों के दौरान इन कम्पनियों का पूंजीकरण 17.5 प्रतिशत प्रतिवर्ष की संयोजित (कंपाऊडेड) दर से बढ़ा है। भारतीय शेयर बाजार के विकास की यह रफ्तार अभी भी जारी है और कलेंडर वर्ष 2023 के अभी तक के कार्यकाल के दौरान निफ्टी पर रजिस्टर्ड कम्पनियों के पूंजीकरण, 55 लाख करोड़ रुपए (11 प्रतिशत) से बढ़ चुका है। पिछले केवल 3 माह के दौरान भारतीय कम्पनियों का निफ्टी पर पूंजीकरण 8.82 प्रतिशत की दर से बढ़ा है, जो कि विश्व के 10 सबसे बड़े शेयर बाजार में सबसे अधिक तेज गति से बढ़ा है। आज भारत विश्व के शेयर बाजार के पूंजीकरण में 3.61 प्रतिशत का योगदान कर रहा है जो जनवरी 2023 में 3.37 प्रतिशत था। 

विभिन्न जायकोंसे महकता गोवा

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एक हिन्दू मांसाहारी व्यक्ति के आहार में मुख्य रूप से चिकन, अंडे और मछली शामिल होते है। गोवा में मटन का प्रयोग आमतौर पर कम ही होता है क्योंकि मछली प्रचुर मात्रा में होती है। किसी ने सच ही कहा है कि गोवा के लोगों को फिश करी और तली हुई मछलियां स्वर्गीय आनंद देती हैं।

आदर्श स्थापित करना मेरा लक्ष्य डॉ. प्रमोद सावंत – मुख्यमंत्री-गोवा

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गोवा राज्य की प्रतिमा अभी तक भोग-भूमि के रूप में की जा रही थी। वर्षों तक राजनैतिक उदासीनता के चलते गोवा का विकास कई रोडों में अटका रहा। परंतु आज उसे एक ऐसा नेतृत्व प्राप्त है, जिसके पास गोवा के विकास का स्पष्ट रोड मैप तैयार है। भविष्य का गोवा कैसा होना चाहिए, इसकी स्पष्ट संकल्पना उनके मस्तिष्क में तैयार है। गोवा के मुख्य मंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने अपने साक्षात्कार में उनकी गोवा के विकास के प्रति कटिबद्धता को स्पष्ट रूप से चिन्हित किया है।

धागों से जुड़ता भारत

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भारतीय कला विविध रूपों में प्रतिबिम्बित होती है। कभी चित्रों के रूप में कैनवास पर, कभी शिल्पों के रूप में दीवारों पर तो कभी कढ़ाई के रूप में कपड़ों पर। जितने राज्य उससे भी अधिक कढ़ाई के तरीके। परंतु इतनी विविधता में एकता यह झलकती है कि कश्मीर की कशीदाकारी दक्षिण के लोग पसंद करते हैं और उत्तर प्रदेश की बनारसी महाराष्ट्र की दुल्हनों को लुभाती है। ये धागे भारत को जोड़ते हैं।

उद्योग विकास में टीबीआईए का योगदान

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नवी मुंबई में इंडस्ट्री के विकास में ठाणे बेलापुर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन यानी टीबीआइए का बहुत बड़ा योगदान है। इनके संरक्षण में इस क्षेत्र का उद्योग दिन दूनी रात चौगुनी प्रगति कर रहा है। इन्होंने देश के विकास में लाभकारक कई नवीन प्रयोग किए। सेफ्टी मानकों को लेकर इनका योगदान अति सराहनीय है।

नवी मुंबई : द सिंबल ऑफ ग्रोथ

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नवी मुंबई को वैश्विक शहर बनाने हेतु हर दिशा में सार्थक प्रयत्न किया गया। इसी क्रम में शहर के उपयोग हो चुके पानी को रिसाइकल करके औद्योगिक क्षेत्र में प्रयोग के लिए सप्लाई किया जा रहा है। एसएफसी एनवायरमेंटल प्रा. लि. के प्लांट इस विकास को नवीन गति देने की दिशा में अप्रतिम कार्य कर रहे हैं।

रामचंद्र जोरापुरकर को ‘संचालक समाज सेवा पुरस्कार’

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मेक इन इंडिया उपक्रम को सफल बनाने के लिए उल्लेखनीय सहयोग देने वाले उद्यमी त्रिकाया कॉटिंग्ज प्रा. लि. के संचालक एवं पोयसर जिमखाना के पूर्व ट्रस्टी रामचंद्र जोरापुरकर को आज ‘संचालक समाज सेवा पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया. भोसला मिलिटरी कैम्प के डॉ. मुंजे इंस्टीट्यूट के सभागार में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संघचालक विजय राव कदम की विशेष उपस्थिति में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया.

भारत के समृद्धशालियों एवं प्रतिभाओं का पलायन क्यों?

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धनाढ्य परिवारों का भारत से पलायन कर विदेशों में बसने का सिलसिला चिन्ताजनक है। ऐसे क्या कारण है कि लोगों को देश की बजाय विदेश की धरती रहने, जीने, व्यापार करने, शिक्षा एवं रोजगार के लिये अधिक सुविधाजनक लगती है, नये बनते भारत के लिये यह चिन्तन-मंथन का कारण बनना चाहिए। हेनले प्राइवेट वेल्थ माइग्रेशन रिपोर्ट 2023 की एक रिपोर्ट के अनुसार, अनुमानित 6,500 हाई- नेट-वर्थ इंडिविजुअल्स (एचएनआई) के 2023 में भारत से बाहर जाने की संभावना है, पिछले वर्ष की तुलना में यह करोड़पतियों के देश छोड़कर जाने की 7500 की संख्या भले ही कुछ सुधरी है, लेकिन नये बनते, सशक्त होते एवं आर्थिक महाशक्ति बनने की ओर भारत के लिये यह चिन्तन का विषय होना ही चाहिए कि किस तरह भारत की समृद्धि एवं भारत की प्रतिभाएं भारत में ही रहे।

प्रदूषित होता पालघर

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बाहर से देखने पर पालघर जिला हरियाली से भरा लगता है, परंतु बढ़ती जनसंख्या और वृक्षों की कटाई के कारण यह जिला भी बड़ी तेजी से प्रदूषित होता जा रहा है। इस दिशा में व्यापक पहल किए जाने की आवश्यकता है। पालघर जिले में वन क्षेत्र है। पहाड़, नदी, समुद्र…

औद्योगिक विकास की राह पर अग्रसर

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उद्योग-सातवीं और आठवीं पंचवर्षीय योजना के मूल उद्देश्य गरीबी उन्मूलन और आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के प्रयास थे। इस योजना के तहत छोटे और बड़े पैमाने के व्यवसायों को समान रूप से प्रोत्साहित किया गया। पालघर जिले में हमारे पास एक विकसित महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम (एमआईडीसी), तीन सरकारी सहकारी औद्योगिक…

भारत का ईएफटीए के साथ मुक्त व्यापार समझौता

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चार यूरोपीय देशों के समूह ईएफटीए के साथ भारत का मुक्त व्यापार समझौता होने से द्विपक्षीय वाणिज्य, निवेश, रोजगार सृजन और आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा मिलेगा। सोमवार को एक आधिकारिक बयान में यह उम्मीद जताई गई।  ईएफटीए में शामिल ये चारों देश यूरोपीय संघ का हिस्सा नहीं हैं। इन देशों…

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