भारत विकास परिषद, घोडबंदर रोड शाखा द्वारा विगत 5 अक्टूबर 2025 को अनंत बैंक्वेट हॉल, मानपाड़ा, ठाणे में ‘भारत को जानो’ प्रतियोगिता का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों में भारत की समृद्ध संस्कृति, इतिहास और परंपराओं के प्रति जागरूकता बढ़ाना तथा राष्ट्रभक्ति की भावना को प्रबल करना था। कार्यक्रम का शुभारंभ पारंपरिक दीप प्रज्वलन एवं वंदे मातरम् गान से हुआ।
मा. प्रांत महासचिव श्री सीमंतजी प्रधान, श्री सूरिनजी उसगांवकर, श्रीमती अनघाजी ढाकणे, श्री दिनकरजी व्यास, श्री रविजी सिंघल, श्रीमती प्रियांका चौधरी और श्रीमती वीणाजी ओक ने सामूहिक रुप से दीप प्रज्जवलित किया। उक्त अवसर पर कोकण स्नातक मतदार संघ के विधायक श्री निरंजनजी डावखरे की विशेष उपस्थिति रही।
उन्होंने इस कार्यक्रम में अपने भाषण के दौरान कहा कि भारत विकास परिषद के इस सुंदर उपक्रम के माध्यम से बच्चों में देशप्रेम और संस्कारों की नई प्रेरणा जगाई जा रही है। ऐसे प्रयास हमारे समाज में राष्ट्रभक्ति को सशक्त बनाते हैं। वहीं श्री सीमंतजी प्रधान ने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि भारत विकास परिषद की ‘भारत को जानो’ और ‘राष्ट्रीय समूहगान प्रतियोगिता’ जैसी पहल समाज में राष्ट्रीय एकता, सेवा, संस्कार और सांस्कृतिक जागरूकता के संवर्धन का प्रतीक हैं।
ऐसे उपक्रमों के माध्यम से युवा पीढ़ी में देशप्रेम, आत्मविश्वास और सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना को सशक्त किया जा रहा है। श्री सुरीनजी उसगांवकर ने परिषद के इतिहास, उद्देश्य और समाजसेवा के कार्यों पर भी विस्तार से प्रकाश डाला।
प्रतियोगिता परिणाम
जूनियर श्रेणी:
प्रथम स्थान – रेनबो इंटरनेशनल स्कूल
द्वितीय स्थान – सरस्वती विद्यालय
तृतीय स्थान – न्यू होराइजन स्कॉलर्स स्कूल
सीनियर श्रेणी:
प्रथम स्थान – श्री मा विद्यालय
द्वितीय स्थान – एंबर इंटरनेशनल स्कूल
तृतीय स्थान – न्यू होराइजन स्कॉलर्स स्कूल
कार्यक्रम का संचालन श्री आलोक ग्रोव्हर ने किया।
कार्यक्रम का संयोजन शाखा अध्यक्ष श्रीमती अनघा जितेंद्र ढाकणे के नेतृत्व में हुआ, जिनके साथ सचिव श्री दिनकरजी व्यास, कोषाध्यक्ष श्री रविजी सिंघल, मधु जी, समीर मालेकर जी, महिला सहभागिता प्रमुख श्रीमती सुषमा उसगांवकर, एनजीएससी संयोजिका श्रीमती वीणाजी ओक, और बीकेजे संयोजिका श्रीमती प्रियांका चौधरी का विशेष योगदान रहा। विजेता छात्रों को प्रमाणपत्र और ट्रॉफी प्रदान की गईं। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान जन- गण मन के सामूहिक गायन से हुआ, जिससे पूरा वातावरण देशभक्ति हो उठा। कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों ने आयोजकों के कार्य की सराहना की और भविष्य में ऐसे प्रेरणादायी उपक्रमों की निरंतरता की अपेक्षा व्यक्त की।