राष्ट्रहित में समर्पित महापुरुष बालासाहब देवरस

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समाज व राष्ट्र निर्माण में रा. स्व. संघ की भूमिका स्वयंसिद्ध है। संघ संस्थापक से लेकर वर्तमान सरसंघचालक तक सभी ने अपने मार्गदर्शन में कार्यकर्ताओं की देवदुर्लभ टोली खड़ी की है। तृतीय सरसंघचालक पू. बालासाहब देवरस ने संघ को जो व्यापक आयाम दिए है,  वे एक चमत्कारिक कार्य के रूप में ही है। उन्होंने संघ को राष्ट्रीय व सामाजिक सरोकारों के परिप्रेक्ष्य में जिस भाव से सींचा है वह अदभुत ही कहा जाएगा।

भूकम्परोधी निर्माण का महत्व

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तुर्किये में भूकम्प के कारण हुई धन-जन की हानि ने एक बार फिर भूकम्प रोधी मकानों की आवश्यकता की ओर लोगों का ध्यान खींचा है। इस दिशा में व्यापक स्तर पर पहल किए जाने की आवश्यकता है, जिससे जान-माल की हानि से बचा जा सके। भूकम्प व विविध प्राकृतिक आपदाएं…

सिविल सोसायटी: वामपंथ के पुनर्जागरण का साधन

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अस्सी के दशक में ब्राजील से प्रारम्भ हुये सिविल सोसायटी संगठनों के लोक-लुभावन आंदोलनों के पूरे लैटिन अमेरिका में फैल जाने के फलस्वरूप, विगत दशक में एक दर्जन लैटिन अमेरिकी देशों के 17 चुनावों में वामपंथी सरकारों के लिये सत्ता में आना सम्भव हुआ है।

चीन एक सुरक्षा संकट

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चीन भारत को हर दिशा से घेरने के प्रयास में लगा हुआ है और भारत के समक्ष सुरक्षा का संकट सदैव बना है। उसने न केवल 1962 के युध्द में भारत का बड़ा भूभाग हथिया लिया है, बल्कि ब्रह्मपुत्र पर बांध बनाकर पानी का भारत की ओर बहाव भी रोक रहा है। इस पर पेश है अध्ययनपूर्ण इस लेख की पहली किश्त।

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