कानूनी पेंचों में राममंदिर

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कानून की पुरपेंच गलियों से होते हुए आखिरकार वह समय आ गया जब रामलला की गर्भ गृह में प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। पांच सौ सालों के संघर्षों का यह लम्बा इतिहास है। कितनी कानूनी लड़ाईयां लड़ने के बाद भक्तों को रामलला के दर्शन मिलेंगे, चलिए डालते हैं कानूनी विवादों पर एक नजर-

काशी कबहुं न छाड़िए (काशी अत्याज्य है)

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योगी आदित्यनाथ ने अपने पहले कार्यकाल में अन्य क्षेत्रों के साथ ही साथ उत्तर प्रदेश में पर्यटन के विकास पर काफी जोर दिया था। वर्तमान कार्यकाल में उसे विस्तार देते हुए उत्तर प्रदेश को पर्यटन के मामले में पूरे देश में पहले पायदान पर पहुंचा दिया है। धार्मिक और सांस्कृतिक विविधता की वजह से प्रदेश में अभी काफी सम्भावनाएं हैं जिन पर कार्य किया जा रहा है।

मोदी का मिशन 2024

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प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी समय समय पर चौंकाते हैं। लंबी योजनाओं पर गहन परीक्षण के बाद ही वह उन्हें सार्वजनिक करते हैं। मुख्यमंत्रियों से लेकर राष्ट्रपति और उपराष्ट्र पति के प्रत्याशियों के नाम इसी ढंग से वह उजागर करते हैं। उनकी यह तरकीब ऐसी है जिसकी भनक तक किसी को नहीं लग पाती। अब इसी कड़ी में प्रधानमंत्री ने 25 जुलाई को कानपुर में चौधरी हरमोहन सिंह की 10वी पुण्यतिथि समारोह को संबोधित करने की घोषणा कर सभी को चौंकाया है। अभी 16 तारीख को ही मोदी कानपुर होते हुए जालौन गए थे और बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का उद्घाटन किया था।

क्या धोखेबाजी से बाज आएगा पाकिस्तान?

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भारत-पाकिस्तान के बीच फिर एक बार संघर्ष विराम समझौता हुआ है और चीन भारत के बीच भी सीमा पर शांति समझौता हुआ है। लेकिन यह कितने दिन चलेगा, यह आशंका सदा बनी रहेगी क्योंकि, पीठ में खंजर घोंपने की चीन-पाकिस्तान की पुरानी आदत है इसलिए समझौते के बाद भी भारत को अधिक चौकन्ना रहने की आवश्यकता है।

राजनीतिक अंधकार का एक दशक

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बढ़ती बेरोजगारी, दरकती हुई कानून-व्यवस्था, संस्थागत भ्रष्टाचार, बंद होते उद्योग, प्रतिभाओं का होता पलायन, दलीय निष्ठा में रंगी नौकरशाही, जातिवाद के जहर में जर्जर होती संवैधानिक संस्थाएं आदि कुछ ऐसी उपलब्धियां हैं जो विगत दस वर्षों के मायावती और अ

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