सोशल-मीडिया पर राजनीतिक ‘फैक्ट चेक’

Continue Readingसोशल-मीडिया पर राजनीतिक ‘फैक्ट चेक’

भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर पिछले कुछ वर्षों से जो हो-हल्ला मचा है, उसका कारण यह नहीं कि किसी की स्वतंत्रता छीनी गई है, बल्कि इसके पीछे टीस यह है कि अब हर व्यक्ति को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए एक मंच मिल गया है।

केरल का दर्द

Continue Readingकेरल का दर्द

१९४९ से लेकर अब तक केरल के कन्नूर जिले में मार्क्सवादियों की हिंसा जारी है| लेकिन, अब वहां लोगों का संघ पर विश्‍वास बढ़ा है, गांव बदल रहे हैं, शाखाओं का विस्तार हो रहा है, और नए राष्ट्रीय नेतृत्व की लहरें यहां गहराई से अनुभव की जा रही हैं| कन्नूर के स्वयंसेवक अपनी विचारधारा के बल पर मार्क्सवादियों के नासूर को उसके जन्मस्थान कन्नूर से ही खत्म कर देने के प्रति कटिबद्ध हैं|

बलात्कार व कानूनी प्रावधान

Continue Readingबलात्कार व कानूनी प्रावधान

पिछले दिनों देश की राजधानी दिल्ली में, चलती बस में एक छात्रा के साथ हुए सामुहिक बलात्कार ने पूरे देश की सोयी हुई चेतना को झकझोर कर रख दिया। उक्त घटना इस लिए भी गंभीर हो गई क्योंकि अपराधी केवल बलात्कार करके समाधानी नहीं हुए बल्कि उस छात्रा और उसके साथी को निर्भय व आततायीपना से बड़े ही विभत्स रुप से मारापीटा था।

संवेदनशील देशप्रेमी अटल जी

Continue Readingसंवेदनशील देशप्रेमी अटल जी

भारतीय राजनीति के आकाश पर राज करने वाले श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी एक ऐसे राजनेता हैं, जिनके प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठने से प्रधानमंत्री की कुर्सी की शोभा बढ़ गई।

End of content

No more pages to load