मोस्ट पॉपुलर पर्सन ऑफ द सेंचुरी – डॉ. आंबेडकर
आजकल एक ऐसा भी नैरेटिव चल रहा है कि जैसा कि दलितवादी कहते है, भारत में दलितों पर कोई अत्याचार हुए ही नहीं, सबकुछ कपोल कल्पना है, यह तो बहुत ज्यादा अति हो गई। आवश्यकता है, स्वयं को स्वर्ण समझने वाले अपनी इस भूल को जितना हो सके, जल्दी…