व्यक्ति,परिवार,राष्ट्र निर्माण के आराध्य गणपति
भगवान् गणपति जी के दो स्वरूप हैं । एक आध्यात्मिक जो सूक्ष्म है, अदृश्य है और दूसरा सांसारिक जो स्थूल है और दृश्यमान । हमारे शरीर में कुल पाँच गण हैं, प्रत्येक गण में पांच सूत्र । इस प्रकार ये कुल 25 गणसूत्र कहलाते हैं जिनसे हम काम करते हैं,…