करुणा की देवी श्री श्री मां आनंदमयी

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भक्ति, प्रेम और करुणा की त्रिवेणी श्री श्री मां आनंदमयी एक महान आध्यात्मिक विभूति थीं। उनका जन्म 30 अपै्रल, 1896 (वैशाख पूर्णिमा) को त्रिपुरा के खेड़ा ग्राम में अपनी ननिहाल में हुआ था। अब यह गांव बांग्लादेश में है।  उनका बचपन का नाम निर्मला सुंदरी था। उनके पिता श्री विपिन…

कुंभ: स्वयंसेवकों की मदद से चल रहा हरिद्वार प्रशासन, 3 दिन के लिए अतिरिक्त 100 स्वयंसेवकों की मांग

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हरिद्वार कुंभ में पूरे देश से लाखों लोगों की भीड़ हर दिन पहुंच रही है और वहां से निकल भी रही है। स्थानीय प्रशासन पूरी मजबूती से इस भीड़ को नियंत्रित कर रहा है ताकि किसी भी अनहोनी को होने से रोका जा सके लेकिन इन सब के बीच एक…

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