स्वराज्य के प्रतीक हैं छत्रपति शिवाजी महाराज के किले : संदीप माहिंद ‘गुरुजी’

Continue Readingस्वराज्य के प्रतीक हैं छत्रपति शिवाजी महाराज के किले : संदीप माहिंद ‘गुरुजी’

सूर्या फाउंडेशन के तत्वावधान में स्वाधीनता के अमृत महोत्सव के अंतर्गत आयोजित ‘श्री शिवछत्रपति दुर्ग दर्शन यात्रा’ पूर्ण, गौरवशाली इतिहास को अपने हृदय में संजोकर लौटे 13 राज्यों के 70 युवा नईदिल्ली। छत्रपति शिवाजी महाराज के किले केवल पर्यटन के स्थल नहीं हैं। ये पवित्र तीर्थ हैं। भारत की स्वाधीनता के लिए…

छत्रपति शिवाजी महाराज : हिंदुत्व के प्रहरी

Continue Readingछत्रपति शिवाजी महाराज : हिंदुत्व के प्रहरी

यह एक महान योद्धा और एक ऐसे नेता को उनकी जयंती पर याद करने का समय है, जिनके पास असाधारण गुण थे जिनकी तुलना किसी और के साथ नही की जा सकती।  शक्तिशाली, सनातन धर्मी, दृढ़निश्चयी, अपनत्व का प्रतीक, व्यावहारिक, सक्रिय, शुद्ध और धैर्यवान यह कुछ गुण हैं। जब हिंदुओं…

छत्रपति शिवाजी राज्याभिषेक हुआ

Continue Readingछत्रपति शिवाजी राज्याभिषेक हुआ

राजदरबार का निर्माण किया गया। 32 मन के सोने से छत्र और राज सिंहासन का निर्माण किया गया। श्रीनृपशालिवाहन शक 1596, आनंदनाम संवत्सर ज्येष्ठ शुद्ध 13 शनिवार, सूर्योदय पूर्वं तीन घटका महाराज सिंहासन पर बैठे (6 जून 1674)। महाराज ने इस अवसर पर सबको कुछ-न-कुछ दिया। पूरे राज्याभिषेक पर 50 लाख रुपये का खर्च आया।

End of content

No more pages to load