परिवार एक सामाजिक शरीर है

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परिवार भी एक प्रकार का सामाजिक शरीर ही है। मनुष्य अपनी देह तक सीमित नहीं रहता वरन् उसे अपनी स्त्री-बच्चे, भाई-बहन, माता-पिता आदि को मिलाकर एक कुटुंब बनाना पड़ता है । एक घर में एक साथ रहने वाला कुटुंब भी एक शरीर ही होता है। जिस प्रकार अपनी देह के…

राव समाज के इतिहास की पहचान

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प्राचीन काल से ही हिंदू समाज के स्त्री‡पुरुषों का परिचय माता-पिता के नाम से होने की प्रथा रही है। राम दशरथ का पुत्र है इस नाते ‘दशराथी राम’ यह उसका पहचान है, इसी तरह कर्ण की पहचान भी ‘राधेय’ नाम से की जात है। राम के परिचय के साथ इक्ष्वाकु वंश यह नाम भी पड़ गया है। कुल और वंश का परिचय अपनी धरोहर ही है।

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