रामजन्म भूमि से आया एक चित्रकार
अयोध्यावासी पंडित किरण मिश्र जब 1980 में मुंबई आये तो मन में दबी हुई इच्छा तो यही लेकर आये थे कि उन्हें चित्रकार बनने का अपना जुनून सच करना है, पर पहली ज़रूरत उनके सामने यहां जमने और रोज़ी-रोटी का जुगाड़ करने की थी।
अयोध्यावासी पंडित किरण मिश्र जब 1980 में मुंबई आये तो मन में दबी हुई इच्छा तो यही लेकर आये थे कि उन्हें चित्रकार बनने का अपना जुनून सच करना है, पर पहली ज़रूरत उनके सामने यहां जमने और रोज़ी-रोटी का जुगाड़ करने की थी।
आमिर खान की फिल्म ’तारे ज़मीन फर’ याद होगी । उसमें मंदबुद्धि बालक को ड्राइंग सिखाता है एक चित्रकार, जो शायद फृष्ठभूमि में है किंतु वह कला जगत में फृष्ठभूमि में नहां है बल्कि चित्रकारों की फहली फायदान फर है ।
एक सक्रिय फ्रयोगधर्मी चित्रकार के रूफ में उनका योगदान तो कलाजगत हमेशा याद रखेगा ही, माया नगरी मुंबई की भागमभाग जिंदगी में सुकून देने के लिए उनके सांस्कृतिक कार्यकलाफों के लिए भी ऋणी रहेगा।