भगवान् महावीर अवतरणपर्व –वि.सं.२०८०

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वे राजकुल में जन्मे थे, पर राज्य नहीं किया। कोई युद्ध उन्होंने नहीं जीते। न सेना बनाई। न पराक्रम दिखाया। न शक्ति प्रदर्शन किया। कोई चींटी तक उन्होंने नहीं मारी फिर भी "महावीर" कहलाए। है न अद्भुत बात! वस्तुत: बाहरी शत्रुओं को परास्त करने से अधिक कठिन है भीतरी शत्रुओं…

जैनों के तीर्थस्थान – मंदिर शिल्पकला के सुंदर नमूने

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जैन दर्शन निकीथकवादी है। उसके फलस्वरुप तीर्थस्थानों का इस दर्शन में अर्थ कुछ भिन्न है। शाश्वत तीर्थ, महातीर्थ दावं अतिशय तीर्थ इस प्रकार उनके तीर्थस्थानों का वर्गीकरण किया जाता है।

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