उत्तर प्रदेश में धार्मिक केंद्रों के विकास पर बल

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अयोध्या और काशी के बाद अब प्रदेश सरकार मथुरा, वृंदावन में भी भव्य कॉरिडोर बनाने की ओर अग्रसर है इसके साथ ही प्रदेश में तीर्थयात्राओं को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के सभी छोटे व स्थानीय महत्व के धार्मिक स्थलों का विकास भी किया जा रहा है, जिससे तीर्थ यात्राओं…

आत्मीयता से ही समाज परिवर्तन होता है

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काशी:  राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने कहा कि समाज में परिवर्तन आत्मीयता और सेवा से ही आता है। समूह में तो पशु पक्षी भी रहते हैं किन्तु सबको जोड़ने वाला, सबकी उन्नति करने वाला धर्म कुटुम्ब प्रबोधन है। यह परिवार में संतुलन, मर्यादा तथा स्वभाव…

सामाजिक समरसता के प्रेरक संत रविदास

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हिंदू समाज को छुआछूत जैसी घृणित परम्परा से मुक्ति दिलाने वाले महान संत रविदास का जन्म धर्मनगरी काशी के निकट मंडुआडीह में संवत 1433 में  हुआ था। संत रविदास के पिता का नाम राघव व माता का नाम करमा था। जिस दिन उनका जन्म हुआ उस दिन रविवार था इस कारण उन्हें…

वाराणस्यां तु विश्वेशं

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  आनन्द कानन या आनन्द वन के नाम से संबोधित किए जानेवाले मानव सभ्यता के प्राचीनतम नगर काशी के सबसे महत्वपूर्ण धर्म स्थलों में से एक काशी विश्वनाथ धाम आज सम्पूर्ण विश्व के सनातन हिंदुओं के लिए परमानन्द का कारण बन गया है।

काशी नगरी के अनोखे कोतवाल जब औरंगजेब पर पड़े थे भारी

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काशी नगरी की महिमा अद्भुत और अपार है कहा जाता है कि काशी नगरी भगवान शंकर के त्रिशूल पर बसी हुई है। इसे मोक्ष की नगरी भी कहा जाता है। हिन्दू धर्मग्रंथों से यह पता चलता है कि लोग अपनी अंतिम सांस काशी में लेना चाहते थे क्योंकि यहां प्राण त्यागने…

काशी विश्वनाथ की महिमा और इतिहास

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काशी विश्वनाथ मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और यह वाराणसी में हजारों वर्षों से स्थित है। इस मंदिर में आदि शंकराचार्य, संत एकनाथ, रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद, महर्षि दयानंद और गोस्वामी तुलसीदास जैसे महान संतो ने इनके दर्शन किये है। संत एकनाथ जी ने वारकरी संप्रदाय का महान…

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