बैरी भये पालनहार
‘बेटों ने तो गांव में भी कुछ नहीं छोड़ा है, मेरे लिए। वापस जाऊंगा तो लोगों को क्या कहूंगा। इसलिए लौट आया कि बेटे अपनी स्वार्थ लिप्सा में इतने गिर गये है कि उन लोगों ने अपना पता देने की जगह असहाय वृद्धाश्रम पहुंचाने के लिए अज्ञात व्यक्ति को पत्र…