अनुशासन प्रिय महादेव गोविन्द रानडे

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सामान्यतः नेता या बड़े लोग दूसरों को तो अनुशासन की शिक्षा देते हैं; पर वे स्वयं इसका पालन नहीं करते। वे सोचते हैं कि अनुशासन का पालन करना दूसरों का काम है और वे इससे ऊपर हैं; पर 18 जनवरी, 1842 को महाराष्ट्र के एक गाँव निफड़ में जन्मे श्री…

‘शारदा ऐक्ट’ के प्रकल्पक: हरविलास जी शारदा

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हरविलास जी शारदा भारत के प्रसिद्ध शिक्षाविद, राजनेता, समाज सुधारक, न्यायविद और लेखक थे। वह बाल-विवाह प्रथा पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से, बहुचर्चित "शारदा ऐक्ट" के प्रकल्पक थे। हरविलास जी समाज सेवा के क्षेत्र में आरंभ से ही अग्रणी थे। और उन्होंने स्वामी दयानंद सरस्वती जी द्वारा स्थापित "'परोपकारिणी…

वीर सावरकर : बहुमुखी प्रतिभा के धनी

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वीर सावरकर एक लेखक, कवि, समाजसेवी, राजनीतिज्ञ, स्वतंत्रता सेनानी, वक्ता, दार्शनिक, रणनीतिकार और हिंदुत्व के प्रतीक थे। जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में उनका कार्य सराहनीय है। भारत माता और समाज के सभी वर्गों के लिए उनका प्यार और स्नेह उनके जीवन भर किए गए अथक कार्यों में देखा जा सकता…

मैं धर्म व जाति से परे एक भारतीय हूं- दादाभाई नौरोजी

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"मैं धर्म व जाति से परे एक भारतीय हूं" यह शब्द है दादाभाई नौरोजी के जिन्होंने कहा था कि अगर एक शब्द के काम चल जाए तो दूसरे शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए उन्हें भारतीय राजनीति का पितामह भी कहा गया था। मुंबई के एक गरीब परिवार में जन्में…

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