सुखी रहने के अचूक उपाय “सादगी” और “मितव्ययता”
"सादगी", "मितव्ययता" और "सामान्य श्रेणी" का जीवन यापन करने में ही मनुष्य का गौरव है । "सज्जनता" का यही परिधान है। समाज में जब तक यह प्रवृत्ति विकसित न होगी, हम अशांति और असभ्यता की ओर बढ़ते रहेंगे । कहते हैं कि जरूरतों से प्रेरित होकर मनुष्य दुष्कर्म करते हैं,…