सामाजिक न्याय के नैतिक प्रश्न और आंबेडकर

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आज जब भारतीय जनता पार्टी डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती के उपलक्ष्य में सामाजिक न्याय पखवाड़े मना रही है, तब मन में यह विचार आता है कि सामाजिक न्याय के मामले में भारतीय जनमानस की अवधारणा क्या है। इस विषय पर यदि गहरी दृष्टि डाली जाए तो हम तय कर…

रिश्तों में विसंगति कहीं शादी की परंपरा तोड़ने की साज़िश तो नहीं?…

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हमारे देश में शादी को पवित्र बंधन माना गया है। खासकर हिन्दू धर्म की बात करें तो शादी को दो आत्माओं का मिलन कहा गया है। जिसमें न केवल दो प्राणी बल्कि दो परिवार एक दूसरे के सुख दुःख के भागी बनते है। विवाह से समाज की सबसे छोटी इकाई…

समाज को नवदधीचियों की जरूरत

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मुंबई सेन्ट्रल के गोपाल कृष्ण क्रीडा मंडल ने एक जनजागृति शोभायात्रा का आयोजन किया था, जिसका उद्देश्य था लोगों को देहदान के संदर्भ में जानकारी देना। इसी प्रकार के एक गणेशोत्सव मंडल ने भी ऐसे ही कार्यक्रम का आयोजन किया था। यह पढ़कर मन आश्चर्यजनक रूप से प्रसन्न हुआ।

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