दूध पिलाने वाले पर ही  फुफकारने वाले देश विरोधी सांप

 

संपूर्ण  विश्व के साथ भारत में भी  कोरोना वायरस की महामारी के कारण हाहाकार मचा हुआ है । संपूर्ण विश्व के आधुनिक देशों पर कोरोना  के कारण मृत्यु की विकराल चादर फैली हुई है। कोरोना के कारण विश्व में जिस प्रकार का भयंकर दृश्य दिखाई दे रहा है उस प्रकार का दृश्य भारत में नहीं दिखाई दे रहा है। मोदी सरकार के  द्वारा जो सटीक और सही कदम ,सही समय पर उठाए गए हैं । इसी के कारण भारत में कोरोनावायरस की भयावहता का दृश्य नहीं दिखाई दे रहा है। साथ में पुलिस ,डाक्टर और सेवा कर्मी अपने जीवन की परवाह ना करते हुए सेवा की चरम सीमा तक जाकर  समाज को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन ऐसे हालात में भी भारत में जगह जगह पर देश विरोधी ताकतों  के माध्यम से  पुलिस और डॉक्टरों  को जानलेवा हमलों का शिकार किया जा रहा है । यह  अत्यंत दुखद बात है । इन देश विरोधी ताकतों का रवैया उन सांपों जैसा है जो उन्हें दूध पिलाने वाले पर ही फुफकारते हैं।
भारत की धरती पर अनेक  संकट आए है। अनेकों बार कुदरती आपदाओं का कहर भी सहा है। इस धरती पर आई  सभी संकट की घड़ियों  मे भारत के जांबाज पुलिस और डाक्टर डटकर देश कि जनता की रक्षा के लिए खडे रहे है। संकट की हर घडी मे  इन जांबाजों ने जी जान से  समाज का साथ दिया  है। भारत वीरों की और समर्पण करनेवाले जाबाजों की भूमि है। देश और समाज पर संकट आने पर लडने की , देश के लिए सेवा देने की कामना अपने मन में रखना इस प्रकार इनका जीवन ऋषि मुनियों की तरह समर्पित होता है। हिंदुस्तान पर आए  कोरोनावायरस के संकट के समय सीना तान खड़े हुऐ पुलिस, डाक्टर और सेवा कर्मी हमारे  लिए हमेशा गौरव के और अभिमान के पात्र होने चाहिए । भारत के  पुलिस और डॉक्टर युद्ध और शांति दोनों का महत्व जानते है । नेतृत्व करने वाले और दिशा देने वाले व्यक्ति का यही सामर्थ्य होता है । भगवान श्री कृष्ण ने युद्ध के आंगन में पांडवों का नेतृत्व करते हुए  संपूर्ण विश्व को गीता के रुप मे दिशा देने का महानतम कार्य किया है। युद्ध की भूमि पर इस प्रकार का ज्ञान सागर छलका हो , विश्व मे यह बात कही नहीं हुयी है। पर भारत की भूमि पर यह असंभव बात संभव हुई है। हजारों  साल पहले युद्ध भूमि पर बताई गई गीता  आज 5000 साल बाद भी संपूर्ण मानव समाज को मार्गदर्शन कर रही है। इसी परंपरा को आज हमारे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी आगे बढा रहे है।  संपूर्ण दुनिया में कोरोनावायरस के  कारण भीषण  संकट का समय आया हुआ है। लाखों की तादाद में  लोग मरे रहे हैं। ऐसे समय में नरेंद्र मोदी के द्वारा उचित समय पर की गई कार्रवाई के कारण आज विश्व भारत को मार्गदर्शक के रुप में  महसूस हो रहा है। भारत दुनिया के बलवान और अत्याधुनिक देशों को अपना सहयोग भी दे रहा है।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आवाहन को देश के पुलिस, डॉक्टर और सेवा कर्मी  सहयोग दे रहे हैं। हमारे देश की पुलिस कर्मीयो का विविधांगी रूप हमें दिखाई देता है।  जब पोलिस अपने कर्तव्य पर मौजूद होते हैं ,तब भारत और समाज के दुश्मनों के दांत खट्टे करने का साहस रखता हैं। भारत की जनता ने पोलिस को सिर्फ इसी एक रूप में हमेशा देखा नहीं है। हमें पुलिस पर गर्व  इसलिए हैं की वह समाज और देश के दुश्मन के साथ जितनी कठोरता  से पेश आती  है , उतनी ही ममता और मातृत्व के साथ देश मे आये संकट के समय देश के नागरिकों की सेवा में पेश आती है। जब जीवन और मृत्यु  के बीच कोई  अंतर नहीं रहता , तब देवदूत बनकर समय-समय पर पोलिस और डाक्टर  भारत के नागरिकों के सामने सेवा के लिए आए है । देश मे आया  भूकंप,  नैसर्गिक आपदा का ,जातिगत दंगों का समय याद कीजिए। यह मानवता का संदेश देने वाली हमारे देश की पोलिस, डाक्टर और सेवा कर्मी  है। कोरोनावायरस जैसे भीषण  महामारी के समय में भी धार्मिक- जातीय मुसलमानों की  राजनीति का खेल इतना घिनौना हो रहा है , चप्पे-चप्पे पर देश विरोधी शक्तियों की दुर्गंध आ रही  है। टुकड़ों टुकडो में बाट कर समाज को तहस-नहस कर कर देने की साज़िश इन देश विरोधी ताकतों  से रची जा रही है । और सेकयूलारिजम के आड मे इनकी सहायता करने मे तथाकथित सेकुलर पंडित करने लगे है। जो देश विरोधी शक्तियाँ सेकयूलारिजम का  छाता उठाकर समाज को टुकड़ों टुकड़ों में बांटने की कोशिश में लगे हैं । उनको अगर सच्चा  सेकयूरिजम समझना है तो एक बार भारतीय के पोलिस और डाक्टरों के कार्य की तरफ ध्यान देकर देखने की आवश्यकता है । देश और समाज के हित में काम कर रहे हमारे पोलिस, डाक्टर और सेवा कर्मी  जिनके मन में सभी जाती,पंथों  के लिए जो आदर भाव है , उसी के आधार पर वह सभी पंथो ,जाती, धर्मों के हित के लिए  कोरोना वायरस जैसी भीषण  महामारी के समय में भी अपनी जान की परवाह ना करते हुए भारत माता की सेवा मे अपना योगदान दे रहे हैं। भारत के संविधान की सच्चे अर्थ में सम्मान यही लोग करते है।
1857 के स्वतंत्रता संग्राम में हिंदू भी थे और मुसलमान भी थे। 1857 का स्वतंत्रता संग्राम सही मायने में  सेक्युलरिज्म  की एक मिसाल है। जहां हिंदू और मुसलमान कंधे से कंधा लगाकर देश के लिए लड़े थे। सेकुलरिज्म  की यह मिसाल  सही  मायने में आज किसी ने जिंदा रखी हो  तो वह भारतीय पोलिस और डाक्टर है। ऐसे भारतीय पोलिस, डाक्टर और सेवा कर्मी पर  कोरोनावायरस  से प्रभावित रुग्णों को सेवा देते वक्त उनपर मुस्लिम समाज के देश विरोधी और धरमांध लोग   जानलेवा हमला करते है। इस प्रकार  की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं  भारत में जगह जगह पर हो रही है। देश को सामर्थ्यवान करने की मनीषा हम रखते है ,  ऐसे समय में दुनिया की कोई भी ताकत भारत की ओर नजरें उठाकर ना देखे इसलिए भारत पर पोलिस और डाक्टरों  का जाग्रत पहरा होना अत्यंत जरूरी है। आज  कोरोना  जैसी जानलेवा बीमारी में भी समाज की सेवा के लिए अपनी जान लगाने वाले  पुलिस और सेवा कर्मियों पर हमले हो रहे हैं । यह इनकी उपेक्षा करने और इनके गौरव को नीचा करने की  देश विरोधियों की बड़ी साजिश है । देश विरोधी ताकतोंने यह देश को  बहुत बड़ी चुनौती दी है। यदि संपूर्ण भारत देश तय करे की पुलिस और डाक्टरों  का सम्मान  हम हर तरह से करेंगे तो हम अपना  खुद का सम्मान करते हैं,  ऐसी ही भाव हमारे मन में होने चाहिए। कारण  देश की सुरक्षा करने वाला सुरक्षाकर्मी  जब अपने आप को सम्मानित महसूस करेंगें तभी तो  वह पूरे जी जान के साथ इस देश की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेगा । फिर वह भीषण से भीषण संकट समय मे देश और समाज केे हित के लिए सीना ठोक कर खड़ा रहेगा। यदि हम पुलिस डॉक्टर और सेवा कर्मीयों  का सम्मान करते है, तो हम भारत  देश और खुद का भी सम्मान  बढ़ा रहे हैं।

This Post Has 2 Comments

  1. श्रीमती सुरेखा वरघाडे

    महाभारत में भगवान श्रीकृष्ण जीने सारे पापीयोंका वध करवाया था और धर्म कि स्थापना कि थी उसी तरह आज के हमारे देश के पापीयोंको (सापोंको) देशद्रोही योंको खतम करना बहुत जरूरी है

  2. Sandeep mane

    Doctors,nurses,aur aarogya seva se jude sabhi karmachariyo ka aur police karmiyo ka sanman hona he chahiye.desh virodhi karvayi karnewale inn sapo ko kadi se kadi saja honi chahiye.jai hind

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