कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 46000 के उपर, 1500 तक पहुंचा मौत का आकड़ा

  • देश में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 46 हजार के पार 
  • 1500 लोगों की हो चुकी है कोरोना से मौत
  • 24 घंटे में करीब 200 लोगों की मौत 
  • कोरोना रिकवरी रेट पहुंचा 27 फीसदी 

 

केंद्र सरकार और राज्य सरकार के तमाम प्रयासों के बाद भी कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता ही जा रहा है। 04 मई के बाद से लॉक डाउन में थोड़ी नरमी बरती जा रही है लेकिन कुछ राज्य इसका गलत तरीके से फायदा उठा रहे हैं जिसके बाद सरकार सहित आम जनता को इस बात का डर है कि कोरोना का संक्रमण कहीं तेजी ना पकड़ ले। हालांकि सरकार की तरफ से बार बार इस बात को याद दिलाया जा रहा है कि एक दूसरे से दूरी बनाकर ही रहे और बाहर निकलने पर मास्क का इस्तेमाल जरुर करें।

अगर पूरे देश के आंकड़ों पर नजर डालें तो संक्रमित लोगों की संख्या 46 हजार को पार कर चुकी है जबकि अब तक करीब 1500 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। सरकार की मानें तो लगातार रिकवरी रेट में भी सुधार हो रहा है और लोग कोरोना पर जीत हासिल कर अपने घर वापस जा रहे हैं। वहीं सरकार की तरफ से पेश हुआ मौत का आंकड़ा थोड़ा डराने वाला है स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले 24 घंटे में करीब 200 लोगों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव लव अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि कुछ राज्य कोरोना संक्रमित जानकारियां छुपाते हैं और जब केंद्र सरकार द्वारा वह जानकारी सामने आती है तो अचानक से संक्रमण की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिलती है हालांकि इस दौरान अग्रवाल ने किसी भी राज्य का नाम नहीं लिया। स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव ने लोगों के स्वस्थ होने को लेकर खुशी जाहिर की और कहा कि अब रिकवरी रेट 27 फ़ीसदी तक पहुंच चुका है।

केंद्र सरकार के शराब की दुकान खोलने के फैसले को लेकर कुछ विपक्षी दलों द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है वही सरकार का विरोध उस समय और ज्यादा बढ़ गया जब शराब की दुकानों पर लोग सोशल डिस्टेंस इन को खत्म कर भीड़ के रूप में इकट्ठा होने लगे कुछ दुकानों के हालात ऐसे हो गए थे यहां पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और दुकानों को भी बंद करवाना पड़ा। 4 मई से शराब की दुकानों को खोलने का सरकार का फैसला लोगों के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है क्योंकि जिस तरह से शराब की दुकानों के सामने भीड़ इकट्ठा हुई हो रही है उसे देख यह कहना गलत नहीं होगा कि सरकार का यह कदम गलत दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।

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