- मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने नामांकन किया दाखिल
- उद्धव ठाकरे निर्विरोध जीत सकते है चुनाव
- कांग्रेस ने उद्धव के खिलाफ उम्मीदवार को हटाया
- महाराष्ट्र में 21 मई को होगा 9 सीटों पर चुनाव
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोमवार को विधान परिषद की सदस्यता के लिए अपना नामांकन दाखिल कर दिया और इसके साथ ही उनका निर्विरोध निर्वाचित होना भी तय हो गया।जबकि इससे पहले उनके विरोध में कांग्रेस के प्रत्याशी का नाम भी सामने आ रहा था लेकिन गठबंधन की आपसी सांठगांठ के बाद कांग्रेस प्रत्याशी ने अपना नाम वापस ले लिया। जिसके बाद से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का रास्ता लगभग साफ हो चुका है। इसके साथ ही सभी उम्मीदवारों का रास्ता भी साफ है क्योंकि विधान परिषद के 9 सीटों पर 9 ही उम्मीदवार खड़े हैं जिससे सभी का निर्विरोध चुना जाना तय है।
शिवसेना पक्षप्रमुख, मुख्यमंत्री उद्धव बाळासाहेब ठाकरे यांनी आज विधानभवन येथे विधानपरिषद सदस्य पदाच्या निवडणुकीसाठी शिवसेना पक्षाच्या वतीने उमेदवारी अर्ज दाखल केला. pic.twitter.com/6vWKrx6tzS
— Office of Uddhav Thackeray (@OfficeofUT) May 11, 2020
महाराष्ट्र में 21 मई को होने वाले चुनाव पर सभी की नजर बनी हुई है। विधान परिषद की 9 सीटों के लिए बीजेपी ने 4 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं जबकि शिवसेना और एनसीपी के 2-2 उम्मीदवार भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। कांग्रेस की तरफ से सिर्फ एक ही उम्मीदवार को मैदान में उतारा गया है। महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बालासाहेब थोराट ने बताया कि कांग्रेस ने अपनी 2 उम्मीदवारों में से राजकिशोर मोदी को इस चुनाव में नहीं उतारने का फैसला किया है क्योंकि राजकिशोर मोदी उद्धव ठाकरे के लिए मुसीबत बनते नजर आ रहे थे। इससे पहले कांग्रेस ने 2 विधान परिषद सीटों पर अपने उम्मीदवारों को उतारने की फिराक में थे जिससे उद्धव ठाकरे की मुश्किलें बढ़ गई थी लेकिन गठबंधन के आपसी बैठक के बाद इस पर विचार विमर्श हुआ और कांग्रेस ने उद्धव ठाकरे के खिलाफ अपने प्रत्याशी को पीछे कर लिया।
उद्धव ठाकरे ने 28 नवंबर 2019 को महाराष्ट्र के 19वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी लेकिन इस दौरान वह किसी भी सदन के सदस्य नहीं थे। संविधान के अनुसार उन्हें 6 महीने के भीतर ही किसी सदन का सदस्य बनना जरूरी है लेकिन कोरोना वायरस की वजह से मार्च में होने वाले चुनाव डाल दिए गए थे जिसके बाद उद्धव ठाकरे ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के पास पत्र लिखकर उन्हें मनोनीत करने की सिफारिश की थी लेकिन राज्यपाल इस पर तैयार नहीं हुए जिसके बाद खुद राज्यपाल और उद्धव ठाकरे ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर 28 मई से पहले चुनाव कराने की मांग की थी जिस पर चुनाव आयोग ने सहमति जताते हुए 21 मई 2020 को चुनाव की तारीख तय की है। 11 मई को उद्धव ठाकरे ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया और ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि वह निर्विरोध विजयी होंगे।