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महाराष्ट्र सरकार को योगी का करारा जवाब, श्रमिकों की चिंता का नाटक मत करिए

महाराष्ट्र सरकार को योगी का करारा जवाब, श्रमिकों की चिंता का नाटक मत करिए

by Raj Kumar
in ट्रेंडींग
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  • शिवसेना ने सामना में योगी की हिटलर से की थी तुलना
  • योगी सरकार ने श्रमिकों को लेकर शिवसेना को दिया जवाब
  • महाराष्ट्र सरकार सौतेली मां का भी फर्ज नहीं अदा कर सकी- योगी  
  • महाराष्ट्र सरकार सहयोग करती तो लोग पलायन नहीं करते- योगी
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार और महाराष्ट्र की उद्धव सरकार के बीच एक बार फिर से टकराव की स्थिति पैदा हो गई है। मामला श्रमिकों के पलायन को लेकर है। शिवसेना के मुखपत्र सामना के एक लेख में योगी आदित्यनाथ को हिटलर बताया गया जिसके बाद से यह विवाद शुरू हुआ। यह लेख शिवसेना सांसद संजय राउत द्वारा लिखा गया है। सामना के इस लेख में योगी आदित्यनाथ पर आरोप लगाया गया है कि वह अपने ही श्रमिकों पर अत्याचार कर रहे हैं और उन्हें राज्यों में आने से रोका जा रहा है। दरअसल पिछले कुछ समय में मजदूरों की दुर्घटनाओं की खबरों के बाद योगी आदित्यनाथ ने पैदल चलने वालों पर रोक लगा दी थी और उन्हें राज्य में प्रवेश नहीं दिया जा रहा था लेकिन प्रशासन द्वारा उन्हें बसों से उनके घरों तक छोड़ा जा रहा था।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में इसी खबर को लेकर एक अलग रूप दे दिया और योगी आदित्यनाथ की तुलना जर्मनी के तानाशाह हिटलर से कर दी जिसके बाद योगी आदित्यनाथ की तरफ से भी पुरजोर प्रहार किया गया।
 
योगी आदित्यनाथ का जवाब
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय की तरफ से ट्वीट कर कहा गया कि महाराष्ट्र सरकार को एक सौतेली मां का फर्ज पूरा करना चाहिए अगर लोगों की जरुरतों को पूरा किया गया होता तो वह अपनी कर्मस्थली कभी नहीं छोड़ते। उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए महाराष्ट्र उनकी कर्मभूमि है उनकी मेहनत से ही महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था चलती है लेकिन इस मुसीबत की घड़ी में महाराष्ट्र सरकार की तरफ से किसी भी श्रमिक को कोई मदद मुहैया नहीं कराई गई और उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया गया, नतीजा सभी श्रमिकों को अपने गांव लौटना पड़ा। योगी आदित्यनाथ की तरफ से उद्धव सरकार को दोषी ठहराते हुए कहा गया कि जिन लोगों की मेहनत और पसीने से महाराष्ट्र आज फल-फूल रहा है उन्हें ही इस मुसीबत की घड़ी में नजरअंदाज कर दिया गया।

श्री @rautsanjay61 जी, एक भूखा बच्चा ही अपनी माँ को ढूंढता है। यदि महाराष्ट्र सरकार ने 'सौतेली माँ' बन कर भी सहारा दिया होता तो महाराष्ट्र को गढ़ने वाले हमारे उत्तर प्रदेश के निवासियों को प्रदेश वापस न आना पड़ता।#BJPWithMigrants

— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) May 24, 2020

चिंता का नाटक ना करें
उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से कहा गया कि जो भी लोग उत्तर प्रदेश पहुंच रहे है उनका पूरा खयाल रखा जायेगा, अपनी कर्मभूमी छोड़ने को मजबूर हुए लोगों की चिंता का नाटक करने की जरुरत नहीं है। कांग्रेस और शिवसेना को अब श्रमिकों की चिंता करने की जरुरत नही  है उनकी जन्मभूमि उनका खयाल रखेगी।

अपने घर पहुँच रहे सभी बहनों भाइयों का प्रदेश में पूरा ख्याल रखा जायेगा।अपनी कर्मभूमि को छोड़ने के लिए मजबूर करने के बाद उनकी चिंता का नाटक मत कीजिए।

सभी श्रमिक कामगार बंधु आश्वस्त हैं कि अब उनकी जन्मभूमि उनका हमेशा ख्याल रखेगी, शिवसेना और कांग्रेस आश्वस्त रहे..#BJPWithMigrants

— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) May 24, 2020

योगी आदित्यनाथ के मीडिया सलाहकार मृत्युंजय कुमार ने भी एक ट्वीट कर महाराष्ट्र सरकार पर तंज कसा, उन्होंने लिखा राज्य में बढ़ते केस नहीं संभाल रहे तो उसकी झेप छुपाने के लिए महंत योगी आदित्यनाथ जी पर अभद्र टिप्पणियां करा रहे हैं।

राज्य में बढ़ते केस नहीं संभल रहे तो उसकी झेंप छुपाने के लिए महंत योगी आदित्यनाथ जी पर अभद्र टिप्पणियाँ करा रहे हैं ‘बेस्ट CM’#BJPWithMigrants

— Mrityunjay Kumar (@MrityunjayUP) May 24, 2020

योगी सरकार श्रमिकों को देगी भत्ता
लॉक डाउन के बाद अलग-अलग राज्यों से सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश में आने वाले श्रमिक हैं उत्तर प्रदेश में अभी तक करीब 1000 से अधिक ट्रेनें आ चुकी हैं जिसमें करीब 1500000 लोगों के आने की जानकारी सरकार के पास है वहीं ट्रेनों के आने का सिलसिला अभी भी बदस्तूर जारी है हालांकि सरकार लगातार प्रवासियों की मदद और जरूरतों को पूरा करने में लगी हुई है। योगी सरकार क्वारंटाइन के बाद लोगों को राशन और भत्ता भी दे रही है।

मेहनत कर अपनी जीविका चलाने वाले 23 लाख श्रमिक बहनों- भाइयों और उनके परिजनों को अब तक घर वापस लाया गया है। सभी का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें उपयुक्त रूप से क्वारंटीन करने, खाद्यान्न किट देने, राशन कार्ड बनवाने और ₹1,000 भरण-पोषण भत्ता दिए जाने के निर्देश दिए गए हैं।

— Yogi Adityanath (मोदी का परिवार) (@myogiadityanath) May 24, 2020

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Raj Kumar

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