- सरकार इजाजत दे तो मजदूरों का सामान लेकर पैदल चलूं
- राहुल गांधी ने मजदूरों से मिलकर उनका समय खराब किया- सीतारमण
- मजदूरों का दर्द बांटना अगर ड्रामा है तो मैं करुंगा- राहुल
- मोदी भी मानेंगे लॉक डाउन एक गल्ती थी
60 दिन में लॉकडाउन का लक्ष्य पूरा नहीं हुआ। बीमारी बढ़ती जा रही है। इसलिए हमें सरकार की स्थिति पर स्पष्टता चाहिए। आखिर सरकार की रणनीति क्या है? : श्री @RahulGandhi#RahulGandhiVoiceOfIndia
— Congress (@INCIndia) May 26, 2020
अगर लॉकडाउन के बारे में प्रधानमंत्री जी से भी पूछा जाएगा, तो वो भी मानेंगे कि ये विफल हो गया। पहले प्रधानमंत्री जी फ्रंट फुट पर थे, मगर अब वो नजर नहीं आ रहे, जबकि प्रधानमंत्री को देश को बताना चाहिए कि वो क्या करेंगे: श्री @RahulGandhi#RahulGandhiVoiceOfIndia
— Congress (@INCIndia) May 26, 2020
मजदूरों से बातचीत करने का मेरा लक्ष्य है- उनके दिल के भाव समझना। उनकी जानकारी से मुझे फायदा मिलता है। बाकी मैं मदद करता रहता हूँ। रही बात बैग उठाने की, तो वो अनुमति दे तो मैं एक नहीं 10-15 के बैग उठाकर ले जाऊंगा : श्री @RahulGandhi#RahulGandhiVoiceOfIndia
— Congress (@INCIndia) May 26, 2020
अगर मजदूरों का दर्द बाँटना वित्त मंत्री जी को ड्रामा लगता है, तो ये उनका विचार है। इसके लिए उनको धन्यवाद। अगर वो चाहती हैं, तो वो अनुमति दें, मैं यहां से पैदल उत्तर प्रदेश निकल जाऊंगा और रास्ते में जितना हो सका, लोगों की मदद करूँगा : श्री @RahulGandhi#RahulGandhiVoiceOfIndia
— Congress (@INCIndia) May 26, 2020
लाकडाउन के समय राहुल जी ने पब्लिक के मनोरंजन का दायित्व वापस सम्हाल लिया है। आभार।
ये तो वही बात हो गई नाच ना जाने आँगन टेढ़ा पप्पू भाई इजाज़त की क्या ज़रूरत है कम से कम ५-१० km चलिए तो सही नानी याद आ जाएगी आपकी सरकार को ७० सालों मे मज़दूर दिखाई नहीं दिए इनका दर्द भी दिखा तो BJP के राज में।
मज़दूरों से व बात करके आपको जानकारी मिलती है अब यहीं से आपको राजनीति का ज्ञान प्राप्त होगा।
राहुल गांधी हो या पूरी कांग्रेस यह लोग पूरी तरह से फेल है, अब कुछ नहीं तो झुती ढाफ्ली पिट रहे हैं, जरा सोचो यदि लॉकडाउन नहीं होता तो अब तक इस देश में करोड़ों लोगों को संक्रमण हो जाता , इसलिए जो भी इनका नाम पप्पू रक्खा है वह सही ही है, मोदी जी ने अच्छा काम किया कोरोावायरस से लडने में लेकिन अब इनकी सरकार महाराष्ट्र में फेल हो रहा है इसलिए अब ये लोग जनता में यह भ्रम फैलाना चाहते हैं