- महामारी के दौर में कुछ बैंकों ने ब्याज दर में की कटौती
- केनरा, बैंक ऑफ महाराष्ट्र और एचडीएफसी ने कम किये ब्याज दर
- महामारी के दौरान आरबीआई भी दे चुका है राहत
- कुछ बैंको की मनमानी अब भी जारी
देश में जारी महामारी की वजह से जहां लोगों को जान बचाना मुश्किल हो रहा है वहीं अब लोगों पर ईएमआई का बोझ भी लगातार बढ़ता जा रहा है। बैंकों की तरफ से मिले मोराटोरियम की भी अवधि अब खत्म होने की कगार पर है। महामारी से कुछ लोग अपनी जिंदगी बचाने में तो कामयाब हो गये लेकिन उनकी नौकरी और व्यापार पूरी तरह से चौपट हो चुका है। वह जिंदा तो है लेकिन अब उनके सामने समस्या यह है कि आगे की जिंदगी का निर्वाहन कैसे होगा आखिर घर, कार और बाकी लोन को कैसे भरा जायेगा। लोन के मामले पर सरकार या बैंक की तरफ से सीधे तौर पर कोई राहत नहीं मिल रही है और तमाम योजनाओं को बाद भी आप को लोन का पूरा पैसा जमा करना ही होगा।
3 बैंकों ने किया लोन सस्ता
महामारी के बाद से लोग फिर से लोन को लेकर बैंकों से यह आस लगा रहे है कि उनका ब्याजदर कम किया जाए जिससे उन्हे थोड़ी राहत मिल सके। वहीं अब कुछ बैंकों ने अपने ग्राहकों को राहत देना भी शुरु कर दिया है। सबसे पहले केनरा बैंक ने अपने ब्याज दर में 10 बेसिस प्वाइंट की कटौती की थी जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिली फिर बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने भी अपना होम लोन का ब्याजदर कम किया और अब प्राइवेट बैंक HDFC ने भी ब्याजदर में 20 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है। सभी बैंकों ने घटी हुई कीमतें 7 जुलाई से ही लागू कर दिया है और यह कहा कि कम की हुई कीमतें एक साल तक प्रभावी रहेंगी।
SBI 6.95 फीसदी पर दे रही होम लोन
घर खरीदने वालों के लिए SBI लगातार होम लोन की ब्याजदर कम करता जा रहा है और यह बाकी बैंकी की तुलना में काफी कम है। वर्तमान में जहां बाकी बैक 8 फीसदी पर होम लोग दे रहे है वहीं एसबीआई 7 फीसदी से भी कम ब्याज पर लोन दे रहा है।
SBI ने अपने आधिकारिक वेबसाइट पर इसकी जानकारी देते हुए लिखा है कि बैंक 1 जुलाई से होम लोन 6.95 फीसदी ब्याजदर पर मुहैया करा रही है यह बाकी बैंकों की तुलना में काफी सस्ता है।
RBI दे रहा लगातार राहत
इससे पहले महामारी को देखते हुए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने रेपो को कम किया था और इसे 4 फीसदी से भी कम पर ला दिया था। आरबीआई ने पिछले महीने 0.40 फीसदी की कटौती करते हुए जनता को बड़ी राहत दी थी और कहा था कि इस कटौती के बाद महँगाई पर भी रोक लगेगी और लोगों को ब्याज दर में भी फायदा होगा। इससे पहले मार्च में भी आरबीआई ने 0.75 फीसदी की कटौती की थी।
कुछ बैंकों की मनमानी जारी
होम लोन के लिए बैंक हमेशा अपने ग्राहकों का स्वागत करती है क्योंकि होम लोन से बैंकों को बड़ा मुनाफ़ा होता है। ग्राहक जितना पैसा लोन लेता है वह उसका दो गुना बैंक को वापस करता है और अगर ग्राहक से किसी भी तरह की गलती हो गयी हो तो उसे जुर्माने के तौर पर और भी रकम भरनी होती है।वहीं होम लोन के लिए बैंक अपने ग्राहकों को कम से कम ब्याज का लालच देकर उन्हे लोन देते है लेकिन एक बार जब आप उनके ग्राहक बन जाते है तो फिर आप के लोन का ब्याज लगातार बढ़ता ही जाता है। आरबीआई की तरफ से रेपो रेट में कटौती के बाद भी बैंक ग्राहकों को ब्याज दर में छूट नहीं देते।