ISRO ने लांच किया कम्यूनिकेशन सैटेलाइट, मोबाइल व टीवी के सिग्नल में होगा सुधार

बुधवार से ही सतीश धवन स्पेस सेंटर ने PSLV के लिए 25 घंटे की उल्टी गिनती शुरु हो गयी थी जो गुरुवार को पूरी हुई और इसी के साथ ही ISRO ने एक और कीर्तिमान अपने नाम कर लिया। गुरुवार को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने PSLV C50 के जरिए संचार उपग्रह CMS 01 को लांच किया। कोरोना काल में जब पूरी दुनिया बंद है भारत तब भी अपने आयामों को छू रहा है। ISRO की तरफ से कोरोना काल में यह दूसरी सफलता है। 
 
ISRO की तरफ से बताया गया कि PSLV का यह 52वां मिशन है जो गुरुवार को 3.40 पर लांच किया गया। संचार उपग्रह सीएमएस-01 को दोपहर 3.41 बजे श्रीहरिकोटा के लांच पैड से लांच किया गया। सीएमएस-01 इसरो का 42वां संचार उपग्रह है। इस सेलेटाइट लांचिग के बाद इससे जुड़ी सेवाओं में सुधार होगा। देश के मुख्य शहरों के साथ साथ अंडमान-निकोबार और लक्ष्यद्वीप समूहों को भी एक्सटेंडेड सी बैंड की सेवाएं उपलब्ध कराएगा। 
 
ISRO की तरफ से इससे पहले 7 नवंबर को सेटेलाइट लांचिग की गयी है जिसमें  PSLV-C49 के जरिए भू-निगरानी उपग्रह को प्रक्षेपित किया गया था।

संचार उपग्रह CMS 01 की सफल लांचिंग के बाद टेलीकम्यूनिकेशन सेवाओं में सुधार होगा और डिजिटल भारत के सपनों को साकार करने में भी मदद मिलेगी। सीएमएस-01 की मदद से टेलिविज़न पिक्चर क्वालिटी में भी सुधार होगा। देश में किसी भी आपदा के दौरान भी यह सैटेलाइट मदद करेगा और आपदा की जानकारी समय से पहले जरूरी संस्थानों तक पहुँचा देगा।

सन 2011 में जीसैट-02 कम्यूनिकेशन सैटेलाइट लांच की गयी थी जो अब तक दूरसंचार की सेवाएँ दे रही थी। गुरुवार को लांच हुई सीएमएस-01 अब जीसैट-02 की जगह लेगी और देश को अगले 7 सालों तक बेहतल सेवा देती रहेगी। सीएमएस-01 को पृथ्वी से 42164 किमी दूर कक्षा में स्थापित किया गया है। इस कक्षा में स्थापित होने के बाद यह पृथ्वी के चारो तरफ चक्कर लगाएगा लेकिन पृथ्वी से देखने पर ऐसा प्रतीत होगा कि यह एक स्थान पर स्थिर है।

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