पुतिन का भारत आना, रूस का भारत से रक्षा समझौता, “जैविक युद्ध बन सकता है कोरोना” वाला रावत जी का आखिरी बयान, चीन की श्रीलंका में उपस्थिति होना, रूसी हेलीकॉप्टर Mi 17v5 जैसे सबसे सुरक्षित हेलीकॉप्टर का क्रैश, सीसीएस की मीटिंग होना, अमेरिका या चीन के इंवॉल्व होने की ओर इशारा कर रहा है। ये शस्त्र व्यापार से जुड़ा मुद्दा भी हो सकता है और जैविक युद्ध से जुड़ा भी। अगर यह एक हत्या है, तो यह उन देशों द्वारा किया गया कृत्य है, जो भारत–रूस संबंधों के विरुद्ध हैं। वे चाहते हैं कि भारत के लोग रूसी संबंधों और उनके रक्षा उपकरणों पर विश्वास न करें ताकि भारत कम शक्तिशाली बना रहे। यह एक intended cold blooded murder and planned sabotage हो सकता है।
क्या हम इस (पूर्व नियोजित) दुर्घटना की तुलना जनवरी २०२० में ताइवान की हेलीकॉप्टर त्रासदी से कर सकते हैं,जिसमें ताइवान के सेना प्रमुख सात अन्य जवानों और मेजर जनरल के साथ मारे गए थे?
ये वही ताइवान है, जो चीन की आंखों की किरकिरी है, भारत की तरह!
चीन का इंवॉल्व होना, काफ़ी हद तक सत्य प्रतीत होता दिख रहा है, पर शस्त्र व्यापार से संबंध होने के कारण अमेरिका का रोल भी संदेहास्पद है…!
आर्मी से जुड़ा हर कोई जानता है कि यह सिर्फ एक दुर्घटना नहीं है, ये वही प्लेन था जो पीएम उपयोग करते हैं। काफी एडवांस्ड टेक्नोलॉजी है इसमें, मौसम खराब वजह बता रहे हैं, जबकि वो प्लेन मौसम कितना भी खराब हो, वो आसमान का शेर है, लेकिन हमें बताया जाएगा कि यही कारण है।
हमें सतर्क रहना है, युद्ध है ये, युद्ध में सैनिक वीरगति को प्राप्त होते हैं, पर सेना रुकती नहीं, आगे बढ़ती है, भारतीय सेना आगे बढ़ेगी, भारत आगे बढ़ेगा…
बिपिन रावत जी ने कभी कहा था कि दुश्मन घर में भी हैं, वे ढाई मोर्चा हैं, पत्रकारों की भी संलिप्तता है, आप अपने आसपास देखिए, बहुत से लोग आज खुश दिखेंगे, सोशल मीडिया पर अट्टहास कर रहे हैं, और आप उनकी खुद से जांच कीजिए, ढेर सारी मुस्लिम आईडी हैं, और उनमें बहुत से भारतीय हैं… क्या भरोसा है कि ये लोग कल को दुश्मन, आतंकी का साथ नहीं देंगे?