राष्ट्रवाद के सहारे बीजेपी के बढ़ते कदम

आगामी विधानसभा चुनावों के सिलसिले में उत्तर प्रदेश में राजनैतिक गतिविधियां तेजी से बढ़ रही हैं फिलहाल प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता के बल पर भारतीय जनता पार्टी ने मनोवैज्ञानिक बढ़त हासिल की हुई है जबकि दूसरी ओर समाजवादी नेता अखिलेश यादव की जनसभाओं में भी भारी भीड़ आ रही है जिससे विपक्ष का मनोबल भी बढ़ा हुआ है। समाजवादियों को लग रहा है कि इस बार बदलाव होगा लेकिन भारतीय जनता पार्टी जनविश्वास को दोबारा हासिल करने के लिये कोई कोर कसर बाकी नहीं रख रही है। बंगाल चुनावों में मिली पराजय के बाद बीजेपी हाईकमान ने काफी सतर्कता के साथ चुनावी रणनीति को अंजाम दिया है जिसका असर दिखायी पड़ रहा है। भारतीय जनता पार्टी सांस्कृतिक राष्ट्रवाद, हिंदुत्व के एजेंडे के साथ विकास को भी अपने मूल एजेंडेंमें शामिल कर काफी आक्रामक ढंग से चुनावी मैदान में उतर चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उप्र में लगातार शिलान्यास, लोकार्पण व उदघाटन समारोह में जुट गये हैं। उनकी रैलियों में जनसमूह में पहले की तरह ही जनता में जोश उमड़ रहा है।

प्रधानमंत्री 30 दिन में प्रदेश के नौ दौरे कर चुके हैं और अरबों की सौगात दे चुके हैं। पोस्टरों के हिसाब से यूपी चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही भाजपा का मुख्य चेहरा बने हैं और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नंबर दो पर विराजमान हैं। जातिगत समीकरणों में भी पीएम मोदी फिट बैठ रहे हैं। प्रधानमंत्री की जनसभाओं में भारी भीड़ आ रही है और लाखों लोग उनको देखने और सुनने के लिए पहुंच रहे हैं। पूर्वांचल, बुंदेलखंड और पश्चिम यूपी में विकास का विजन लोगों के सामने रखा गया है। वह स्थानीय भाषा में आम जनता को संबोधित कर रहे हैं। झांसी में बुंदेली तो सुल्तानपुर में अवधी- भोजपुरी में अपनी बात रखी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभी आगामी कुछ दिनों में यूपी में दमदार रैलियां करने जा रहे हैं। जिसमें प्रयागराज ,काशी और कानपुर में उनका विशेष कार्यक्रम लगा है।

प्रधानमंत्री ने 13 दिसम्बर 2021 को काशी विश्वनाथ धाम कोरिडोर का भव्य लोकार्पण किया और हिंदुत्व की भावना को मजबूत करने वाला जोश से परिपूर्ण ओजस्वी भाषण दिया और इस अवसर पर गंगा नदी में आस्था की डुबकी लगाकर बहुत बड़ा सियासी संदेश दे दिया। काशी में पीएम मोदी ने आस्था और विकास की जो डुबकी लगायी उससे विरोधी दल अभी भी उबर नहीं पा रहे हैं। सभी विरोधी दलों ने पीएम के काशी दौरे को सियासी नाटक करार दिया और सपा मुखिया अखिलेश यादव ने जो बयान दिया उससे उनका नुकसान ही हो गया। काशी में भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों व महापौरों का सम्मेलन भी हुआ तथा उसके बाद सभी अतिथियों ने अयोध्या में भी भगवान श्रीराम के चरणों में अपना शीश झुकाया।

इस बीच भाजपा सरकार ने विधानसभा में अनुपूरक बजट किया जिसमें मिशन- 2022 में सरकार ने सफलता पाने के लिए मजदूरों बुजुर्गो महिलाओं और मानदेय कार्मिकों को साधने के लिए खजाना खोल दिया है। मुख्यमंत्री ने विधानसभा ने प्रदेश के तीन करोड़ से अधिक मजदूरों को चालू वित्तीय वर्ष में दो हजार रूपये भरण पोषण अनुदान दिये जाने की घोषणा की वहीं दूसरी ओर वृद्धावस्था,विधवा, दिव्यांगजन और कुष्ठावस्था पेंशन की धनराशि को दोगुना करने की घोषणा की है। बजट पेश करते हुए सरकार ने गरीब महिलाओं को असाध्य बीमारी के इलाज के लिए आयुष्मान भारत योजना के तहत अनुमन्य धनराशि के अलावा पांच लाख रूपये की अतिरिक्त धनराशि प्रदान करने का ऐलान किया गया है। सरकार ने अनपूरक बजट के सहारे अपने सामाजिक सरोकारों को भी साधने का काम किया है अब यह आगामी चुनावों में कितना असर करेगा यह तो आने वाला समय ही बतायेगा।

 

बजट सत्र में मुख्यमंत्री ने चार विभागों में कार्यरत करीब 12 लाख से अधिक कार्मिकों का मानदेय बढाने की भी घोषणा की है। एक प्रकार से सरकार ने हर वर्ग को खुश करने का लगातार इंतजाम कर रही है। भाजपा सरकार व संगठन ने अपने कामों के बल पर ही जनता का विश्वास जीतने के लिये प्रदेश के छह शहरों से जन विश्वास यात्राएं शुरू की है और इन जनसभाओे में भारी भीड़ की उपस्थिति रहने से संगठन में एक नयी स्फूर्ति आ गयी है। कार्यकर्ताओं में अब जोश दिखलायी पड़ रहा है। एक ओर जहां विपक्ष भाजपा सरकार को घेरने के लिए चक्रव्यूह रच रहा है वहीं बीजेपी ने भी ऐसा व्यूह रच दिया है जिसे पार पाना विपक्ष के लिए अब आसान नहीं रह गया है।

भाजपा की ओर से प्रारम्भ की गयी जन विश्वास यात्राओं में भापजा नेताओं ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला और सरकार की योजनाओं को बताते हुए विकास गाथा भी बतायी। अंबेडकरनगर जिले में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नडडा ने समाजवाद पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी भ्रष्टाचार अन्याय अत्याचार औार दुराचार का पर्याय है। उन्होंने कहाकि यह नई सपा नहीं है , यह वहीं सपा है इसे हमें समझना चाहिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मथुरा , रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने झांसी, केंद्रीय परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बिजनौर मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने बलिया और केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने गाजीपुर में जनविश्वास यात्रा को हरी झंडी दिखाई और और जनसभाओें को संबोधित करते हुए विपक्ष पर बहुत ही जोरदार हमले बोले।

जनसभाओं में भापजा नेताओं ने समाजवादी पार्टी के अत्याचारों, घोटालों पर हमला बोलते हुए सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के साथ अयोध्या मथुरा और काशी नगरी के विकास कार्यो का उल्लेख किया। साथ ही जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने और सीमा पर सर्जिकल स्ट्राइक करने जैसे मुददे भी खूब जोरषोर से उठाये जा रहे हैं। भाजपा की जनविश्वास यात्राओं का एजेंडा साफ है। विकास के साथ सबसे बड़ा विश्वास हिदुंत्व पर है। भाजपा सभी विधानसभाओं के चार करोड़ लागों के बीच अपना एजेंडा स्पष्ट रूप से रखने जा रही है। साथ ही भाजपा को अपने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से भी पूरी उम्मीद है। भाजपा नेताओं ने सपा सरकार में हुए अयोध्या में गोली कांड, मुजफ्फरनगर के दंगों , मथुरा के बहुचर्चित जवाहरबाग कांड को भी जोर शोर से उठा रही है। पश्चिमी उप्र में पलायन के मुददों को फिर से धार दी जा रही है। भाजपा ने अपना चुनावी टोन सेट कर दिया है और अब यही सिलसिला आचार संहिता लगने तक चलता रहेगा।

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