भाजपा और मिशन 2024

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आपसी गुटबाजी और बाहरी लोगों को कमान देने के कारण पालघर में भाजपा की यह स्थिति हुई है। निर्णय लेने के सूत्र एक जाति विशेष में सिमट कर रह गए हैं। इस पर व्यापक तरीके से ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि वहां पर फिर से भगवा लहरा सके। भारतीय…

भारी न पड़ जाए अतिआत्मविश्वास

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कर्नाटक में भाजपा की हार के बाद कांग्रेस खेमे में आनंद का और भाजपा में चिंतन मनन का दौर चल रहा है। चुनाव परिणाम आने के बाद ये होना स्वाभाविक ही है। जब भी कोई पार्टी चुनाव हारती है तो हार के कारणों पर चिंतन किया जाता है। राजनीतिक विश्लेषक…

कर्नाटक विधानसभा चुनाव परिणाम का संदेश

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कर्नाटक चुनाव परिणाम आ चुके हैं। विश्व के सर्वाधिक सम्मानित और लोकप्रिय नेता भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा खुद को चुनाव में झोंक देने के बावजूद भारतीय जनता पार्टी कर्नाटक चुनाव में लगभग धराशायी हो गई। इसका अर्थ क्या हैं? क्या भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा से कर्नाटक…

राष्ट्रीय फलक पर योगी जी का बढ़ेगा कद  

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश भगवा राजनीति का गढ़ बनने की दिशा में अग्रसर प्रतीत हो रहा है। 2014 लोकसभा चुनाव में मोदी लहर में भारतीय जनता पार्टी ने अपने सहयोगी दलों के साथ पहली बार 73 सीटों पर विजय प्राप्त की थी, 2017 में भी पार्टी…

महाराष्ट्र के लिए सबक

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नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता जरा भी कम नहीं हुई है। कर्नाटक जनता उन्हें देखने के लिए और सुनने के लिए बहुत ज्यादा संख्या में जमा हुई थी । यही स्थिति देशभर में है ।विरोधी पक्षों के एकजुट होने पर ,उनका नेतृत्व कौन करेगा ? उसमें कांग्रेस को कौनसा स्थान रहेगा ? क्या राहुल गांधी का नेतृत्व सारे राजनीतिक दल मान्य करेंगे? ऐसे नाजुक प्रश्न है। यह सच है कि आज तक नरेंद्र मोदी के नेतृत्व का अखिल भारतीय विकल्प नहीं है । लेकिन यह भी उतना ही सच है कि सभी राज्यों में भाजपा का समर्थ प्रादेशिक नेतृत्व है ऐसा भी नहीं है ।

कर्नाटक चुनाव में भाजपा को मिली हार में छुपा संदेश

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कर्नाटक चुनाव में भाजपा की हार और कांग्रेस की जीत का विश्लेषण तमाम राजनीतिक पंडित अपने-अपने ढ़ंग से कर रहे हैं। कोई इसे राष्ट्रीय मुद्दों पर स्थानीय मुद्दों की जीत बता रहा है तो कोई पिछली सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार को इसका मूल कारण बता रहा है। हमेशा की तरह…

मुस्लिम वोट के ध्रुवीकरण का नतीजा है कर्नाटक

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जेडीएस का वोट 2018 में 18 प्रतिशत था और 2023 में 13 प्रतिशत है.. यानी 5 प्रतिशत वोट घटा । ये 5 प्रतिशत जेडीएस का वोट, कांग्रेस में शिफ्ट हो गया और कांग्रेस जिसका वोट 2018 में 38 प्रतिशत था 2023 में बढ़कर 43 प्रतिशत हो गया और कांग्रेस को…

भाजपा को आत्म-मंथन की जरूरत…!

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कर्नाटक चुनाव में लगभग कांग्रेस की ताजपोशी तय हो चुकी है। लेकिन अब मध्यप्रदेश में क्या? यह सवाल भाजपा के आत्म-मंथन के लिए आवश्यक है। और कर्नाटक चुनाव से प्रदेश के भाजपाइयों को सबक सीखना चाहिए। क्योंकि सत्ता और पद की अकड़- ठसक छोड़ 'लूप होल्स' सुधारे बिना भाजपा की…

कुशल संगठक, सक्रिय राजनेता और लोकप्रिय व्यक्ति – कैलाश विजयवर्गीय

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दो दशक पहले कैलाश विजयवर्गीय ने महापौर के तौर पर इंदौर शहर में जो सकारात्मक बदलाव लाने शुरू किए थे, आज उनका सार्थक परिणाम हम सबके सामने है। अपने चार दशकों के राजनीतिक कैरियर में अपने सामाजिक मुद्दों से जुड़े कार्यों एवं बेबाक-तेजतर्रार छवि की वजह से वे देशभर में…

प्रधानमंत्री की केरल यात्रा और भाजपा का मिशन दक्षिण

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सशक्त नेतृत्व में उत्तर, पश्चिम तथा,पूर्वोत्तर भारत में अपनी जड़ें जमाने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने अब दक्षिण की ओर रुख किया है। भाजपा दक्षिण के राज्यों में अपनी उपस्थिति मजबूत करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है लेकिन उसे अभी तक कर्नाटक को…

कर्नाटक चुनाव : भाजपा के लिए नई चुनौती

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कर्नाटक विधानसभा के चुनाव 10 मई 2023 को प्रस्तावित हैं। 13 मई 2023 को चुनाव परिणाम आएंगे। 20 अप्रैल तक फाइनल गोटी बिछ जाएँगी। कौन किस पाले में खड़ा है सुनिश्चित हो जायेगा। फिर शुरू होगा घमासान। भाई से भाई लड़ेगा। जीत कौरव पक्ष की होगी अथवा पाण्डव पक्ष की?…

विकास से सीमावर्ती गांवों के विस्थापित लगे लौटने

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केंद्र सरकार ने हाल में ‘वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम’ की शुरुआत की जिसके तहत अरुणाचल प्रदेश के 455 सीमावर्ती गांव आएंगे। इस कार्यक्रम के तहत इन इलाकों में आय अर्जित करने वाली गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा और संपर्क तथा सामाजिक अवसंरचना में सुधार लाया जाएगा। अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री…

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