हिंदी विवेक
  • Login
  • परिचय
  • संपादकीय
  • पूर्वांक
  • ग्रंथ
  • पुस्तक
  • संघ
  • देश-विदेश
  • पर्यावरण
  • संपर्क
  • पंजीकरण
No Result
View All Result
  • परिचय
  • संपादकीय
  • पूर्वांक
  • ग्रंथ
  • पुस्तक
  • संघ
  • देश-विदेश
  • पर्यावरण
  • संपर्क
  • पंजीकरण
No Result
View All Result
हिंदी विवेक
No Result
View All Result
देश में राजनीति का केंद्र बिंदु बना योगी मॉडल

देश में राजनीति का केंद्र बिंदु बना योगी मॉडल

by मृत्युंजय दीक्षित
in राजनीति, विशेष, सामाजिक
0

आजकल देश भर में हर जगह योगी मॉडल की चर्चा है। भाजपा शासित राज्य मध्यप्रदेश हो या विरोधी दलों द्वारा शासित राजस्थान और महाराष्ट्र या देश की राजधानी दिल्ली सभी जगह में बुलडोजर, लाउडस्पीकर, सड़क पर अजान को लेकर फसाद और राजनीति दोनों हो रही हैं। इन हंगामों के बीच उत्तर प्रदेश का योगी मॉडल पूरे भारत में लोकप्रिय होता जा रहा है तथा देश के कई राज्यों में जन सामान्य योगी मॉडल को लागू करने की मांग कर रहा है भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने तो इस दिशा में कदम भी बढ़ा दिए है लेकिन राजस्थान, महाराष्ट्र, दिल्ली और बिहार जैसे राज्यों में मुस्लिम तुष्टिकरण करने वाले शासक इसका खुलकर विरोध कर रहे हैं और इसे मुस्लिम समाज पर अत्याचार बताकर मुस्लिम समाज को भड़काने का काम कर रहे हैं । 

नया उत्तर प्रदेश अपने  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सधे हुए कदमों के कारण सही दिशा में चल पड़ा है । 

आज प्रदेश में वह सभी काम शांति पूर्वक  संपन्न हो रहे हैं जिनकी कभी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। सभी प्रदेशवासी अपने  अपने पर्वों को शांति  के साथ मना पा रहे हैं। प्रदेश में सभी धर्मों और सभी की  आस्था का सम्मान किया जा रहा है लेकिन किसी को भी धर्म व आस्था का भोंडा प्रदर्शन करने का अधिकार नहीं है। प्रदेश के इतिहास में पहली बार मंदिरों और मस्जिदों  से लाउडस्पीकर को या तो उतार दिया गया है या फिर उनकी आवाज को सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देषों के अनुरूप कम कर दिया गया है। प्रदेश में धार्मिक स्थलों पर लगे हुए अवैध लाडडस्पीकरों के लिए चलाये गये एक सप्ताह के विशेष अभियान में कानून का पालन करते हुए एक लाख से अधिक लाउडस्पीकर उतरवाये गये या फिर उनकी ध्वनि कम की गई। ऐसा पहली बार हुआ कि जब ऐसे अभियान में पुलिस को कहीं भी विरोध का सामना नहीं करना पड़ा। मस्जिद मंदिर गुरूद्वारा हर जगह धर्म गुरूओं को विश्वास  में लेकर नियम व कानून का पालन कराया गया। 

प्रदेश में यह एक वृहद अभियान था इसमें हर धर्म, जाति, वर्ग और समुदाय के लोगों ने पूरा सहयोग किया। अभियान के दौरान 47,473 लाउस्पीकर उतरवाए गये और 59, 323 की आवाज कम कराई गयी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस अभियान की सफलता की सराहना पूरे देश में हो रही है। महाराष्ट्र में महाराष्ट्र नवनिर्माणसेना के राज ठाकरे ने योगी जी की सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी और कहा कि दुर्भाग्य से आज महाराष्ट्र में कोई योगी नहीं अपितु सभी भोगी हैं। 

उधर नई दिल्ली के सभी नगर निगम भी बुलडोजर चलाने लग गये हैं वहीं दिल्ली के सांसदों ने उपराज्यपाल को पत्र लिखकर दिल्ली की मस्जिदों से भी लाउडस्पीकर हटाने व आवाज कम करने की मांग की गयी है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार जो कि इफ्तार राजनीति के पोस्टर ब्वॉय हैं उन्होंने बुलडोजर ,समान नागरिक संहिता , लाउडस्पीकर आदि का विरोध शुरू  कर दिया है। 

इसी प्रकार उत्तर प्रदेश के इतिहास में पहली बार कहीं भी ईद की नमाज सड़कां पर नहीं अदा की गयी है। यह योगी माडल की एक बड़ी ऐतिहासिक सफलता है । साथ ही प्रदेश भर में ईद के दिन ही अक्षय तृतीया ,परशुराम जयंती का पर्व भी उसी धूमधाम  के साथ मनाया गया। जबकि उसी दिन राजस्थान के जोधपुर में साम्प्रदायिक हिंसा हो गयी और कर्फ्यू तक लगाना पड़ गया। 

प्रदेश के हापुड़ और (लोनी) गाजियाबाद सहित कई क्षेत्रों में जहां मस्जिद और ईदगाहों में जगह कम पड़ी वहां लोगों ने अलग- अलग शिफ्ट में नमाज पढ़ी। विगत वर्षो में 50 हजार से एक लाख तक लोग सड़कों  पर नमाज पढ़ते थे। प्रदेश के बड़े मुस्लिम बहुल जिलों में भी नमाज सड़क पर नहीं पढ़ी गयी। प्रदेश से कहीं भी किसी भी प्रकार के तनाव की खबर नहीं आयी। मेरठ में पहले तनाव होता था लेकिन इस बार वहां पर भी शांति  के साथ नमाज अदा की गयी। ईद ही नहीं अलविदा के नमाज के समय में भी ऐसी ही अभूतपूर्व व्यवस्था  देखी गई थी।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट  कर कहा कि ईद के अवसर पर आज पूरे प्रदेश में कहीं भी सड़कों  पर नमाज नहीं पढ़ी गई। एक अच्छी पहल को प्रदेशवासियों ने सहर्ष स्वीकार किया है। धर्मगुरूओं ने आगे आकर  लोगों का मार्गदर्षन किया। इसके लिए सभी का अभिनन्दन। स्वस्थ समाज के लिए लोगों की आस्था का सम्मान व कानून का शासन साथ- साथ चलेगा। 

यह काम इतना आसान नहीं था लेकिन यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के काम करने का ही तरीका है कि वह अगर फैसला कर लेते हैं तो वह हर स्थिति को आगे बढ़कर लागू करवाते और उसकी निगरानी  करते रहते हैं। तभी आज सरकार सफल हो रही हैं।  

एक ओर जहां सरकार ने यह सभी काम सफलतापूर्वक सफलतापूर्वक पूरे कर दिखाए हैं वहीं दूसरी ओर प्रदेश के तथाकथित सेकुलर दलों को सरकार व समाज की ओर से चलाये जा रहे ये स्वस्थ अभियान पसंद भी नहीं आ रहे हैं। इन सभी दलों को यह लगने लग गया है कि ऐसे  तो प्रदेश में उनकी राजनीति का बंटाधार ही हो जायेगा और अस्तित्व पर ही सवाल उठने लग जायेंगे। यही कारण है सपा गठबंधन में शामिल सुभासपा के ओमप्रकाश राजभर ने मुस्लिम समाज को भड़काने के लिए बयान दिया है कि नमाज तो केवल दो मिनट की होती है केवल दो मिनट से ही सड़क पर कब्जा नहीं हो जाता। यह है सेकुलर जमात की विकृत सोच । इसी  विकृत सोच का परिणाम है कि  आज राजस्थान से लेकर महाराष्ट्र तक हिंदू पर्वो पर भी हिंसा हो रही है और ईद के दिन भी तुष्टिकरण के कारण दंगे हो रहे हैं। 

दूसरे कार्यकाल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बहुत ही सधे कदमों से आगे बढ़ रहे हैं और प्रदेश का कायाकल्प करने का अभियान चला रहे हैं। प्रदेश में समान नागरिक संहिता की तैयारी भी सरकार की ओर से की जा रही है। प्रदेश सरकार में पसमांदा मुस्लिम प्रतिनिधि  मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने बयान दिया है कि समान नागरिक संहिता  के लाभ से मुस्लिम समाज को अवगत कराने के लिए पूरे प्रदेशभर में कौमी चौपाल लगायी जायेगी। प्रदेश सरकार को पता है कि समान नागरिक संहिता का मुस्लिम तुष्टिकरण करने वाले राजनैतिक दल मुस्लिम समाज को भड़काने के लिये बयानबाजी करेंगे और माहौल खराब करने का पूरा प्रयास किया जायेगा लेकिन मुख्यमंत्री हर प्रकार से सतर्क हैं। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की एक नयी छवि सामने आ  रही है उनकी कार्यशैली को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि वह अब एक वृहद दायरे की राजनीति को साध रहे हैं। अब वह अनुशासित और निर्णायक होने के साथ -साथ समावेषी भी दिख रहे हैं। मुख्यमंत्री के निर्णयों से तो लग रहा है कि वह बिना किसी कानून का सहारा लिये ही प्रदेश में समान नागरिक संहिता को लागू कर रहे हैं। 

मेरठ में ईद ,अक्षय तृतीया तथा परशुराम जयंती की आड़ में जब साम्प्रदायिक सद्भाव बिगड़ने का प्रयास अराजक तत्वों द्वारा किया गया उस समय स्थानीय प्रशासन द्वारा की गयी  कार्यवाही प्रशंसा योग्य कही  जायेगी। आज प्रदेश में शांति, सद्भाव, प्रगति और विकास  का वातावरण बन रहा है लेकिन अभी भी कुछ अराजक तत्व रामराज्य में बाधक हैं और वह अपनी घृणित कोशिशों  में लगे हुए हैं जिसमें ललितपुर व चंदौली की दुर्भाग्यपूर्ण घटना भी शामिल है लेकिन प्रशासन भी अपना काम कर रहा है। यही कारण है कि आज योगी मॉडल की चर्चा पूरे भारत में ही नहीं अपितु ब्रिटिश संसद तक में हो रही है। 

Share this:

  • Twitter
  • Facebook
  • LinkedIn
  • Telegram
  • WhatsApp
Tags: bjp governmenthindi vivekindian politics newsuttar pradeshyogi modelyogi sarkar

मृत्युंजय दीक्षित

Next Post
मुद्रा स्फीति पर अंकुश हेतु आरबीआई ने रेपो दर बढ़ाई

मुद्रा स्फीति पर अंकुश हेतु आरबीआई ने रेपो दर बढ़ाई

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हिंदी विवेक पंजीयन : यहां आप हिंदी विवेक पत्रिका का पंजीयन शुल्क ऑनलाइन अदा कर सकते हैं..

Facebook Youtube Instagram

समाचार

  • मुख्य खबरे
  • मुख्य खबरे
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • क्राइम

लोकसभा चुनाव

  • मुख्य खबरे
  • मुख्य खबरे
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • क्राइम

लाइफ स्टाइल

  • मुख्य खबरे
  • मुख्य खबरे
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • क्राइम

ज्योतिष

  • मुख्य खबरे
  • मुख्य खबरे
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • क्राइम

Copyright 2024, hindivivek.com

Facebook X-twitter Instagram Youtube Whatsapp
  • परिचय
  • संपादकीय
  • पूर्वाक
  • देश-विदेश
  • पर्यावरण
  • संपर्क
  • पंजीकरण
  • Privacy Policy
  • Terms and Conditions
  • Disclaimer
  • Shipping Policy
  • Refund and Cancellation Policy

copyright @ hindivivek.org by Hindustan Prakashan Sanstha

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist

No Result
View All Result
  • परिचय
  • संपादकीय
  • पूर्वांक
  • ग्रंथ
  • पुस्तक
  • संघ
  • देश-विदेश
  • पर्यावरण
  • संपर्क
  • पंजीकरण

© 2024, Vivek Samuh - All Rights Reserved

0