मातृभूमि छोड़कर शरणार्थी बनना पड़ेगा

अफगानिस्तान में बचे हुए सिर्फ 100 सिख और 11 हिंदुओं को भारत सरकार ने इमरजेंसी वीजा जारी किया है.. वह आज रात या कल तक भारत आ जाएंगे

और इस तरह से अफगानिस्तान में अब एक भी हिंदू या एक भी सिख नहीं बचेगा ..जबकि मात्र 10 साल पहले तक अफगानिस्तान में 17% सिख और 5% हिंदू रहते थे

और 50 साल पहले तो अफगानिस्तान में 30% सिख और 20% हिंदू रहते थे

और सिर्फ 10 सालों बाद अफगानिस्तान सम्पूर्ण हिंदू और सिख विहीन हो गया

यह जो मैं बार-बार चेतावनी देता हूं एक वक्त आएगा जब भारत में भी हिंदू बेचारा बन जाएगा तब शायद लोग विश्वास नहीं करते लेकिन यह एक कड़वा सत्य है जो हमें स्वीकार करना होगा शायद तीन पीढ़ी सुख की जिंदगी भारत में जी सके

उसके बाद चौथी पीढ़ी को भारत में सुख नहीं मिलेगा

और हां अफगानिस्तान के हिंदुओं और सिखों में बहुत से लिबरल और सेकुलर भी होंगे उन्हें भी अफगानिस्तान छोड़ना पड़ा

अगर 50 साल पहले अफगानिस्तान में रहने वाला कोई सिख या हिंदू अपने समाज के लोगों से यह कहता कि एक न एक दिन हमें अपनी मातृभूमि छोड़कर शरणार्थी बनना पड़ेगा तो लोग उसे थप्पड़ मारकर कहते कि तू नफरत है तू नफरत फैला रहा है तू संघी है

और आज 111 सिखों और हिंदुओं को इमरजेंसी वीजा जारी करने के बाद अफगानिस्तान संपूर्ण रूप से हिंदू सिख विहीन हो गया

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