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रक्त पिपासू जिहादी फरिश्ते

रक्त पिपासू जिहादी फरिश्ते

by हिंदी विवेक
in अवांतर, राजनीति, विशेष, सामाजिक
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मुनव्वर फारुखी प्रकरण के बाद हैदराबाद में एक बार फिर नारे गूंज रहे हैं गुस्ताख-ए-रसूल की एक ही सजा सिर तन से जुदा
हैदराबाद में जो लोग भी सिर तन से जुदा के नारे लगा रहे हैं उनको फौरन गिरफ्तार किया जाना चाहिए
नारेबाजी इसलिए हो रही है क्योंकि मुनव्वर फारुखी नामक एक मलेच्छ ने माता सीता, प्रभु राम और 14 साल के वनवास का झूठ बोलकर मजाक उड़ाया इसके जवाब में टाइगर राजा सिंह ने ये कहा कि निकाह का सच बयां कर दिया था । अब इसी बात से जिहादी समुदाय नाराज और आहत हो गया और सिर तन से जुदा की नारेबाजी करने लगा ।
सिर तन से जुदा की नारेबाजी करते हुए लोगों और उनके समर्थकों की भीड़ का वीडियो वायरल हो गया । देश के गली गली मे लोगों के मोबाइल तक पहुंच गया । उम्मीद है कि हैदराबाद के संबंधित थाने पर भी पुलिस अधिकारियों के मोबाइल पर ये वीडियो गया होगा और वो जल्द ही अपने पुरुष होने का परिचय देते हुए अपने कर्तव्य का पालन करके शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए सारे नारेबाजी करने वालों को गिरफ्तार अवश्य करेंगे ।
जब जिहादी समुदाय सिर तन से जुदा का नारा लगाता है तो वो सारे के सारे सिस्टम और खास तौर पर न्यायपालिका को सीधी चुनौती देता है । वो माननीय जज साहेब के फैसला सुनाने का हनन करते हुए खुद ही फैसला देता है सिर तन से जुदा । लेकिन हिंदुओं के मामलों पर फौरन संज्ञान लेकर दहाड़ने वाली माननीय जज साहब इन नारों को सुनकर किकियाने लगते हैं । जैसे शरारती लोग राह चलते हुए किसी कुत्ते को जोर से पत्थर मारे तो वो किकियाने लगता है ठीक ऐसी ही दशा माननीय जज साहब की हो जाती है । माननीय जज साहब से हमारी पूरी सहानुभूति है ।
इसके अलावा जिहादी समुदाय पर भी हमें काफी दया आती है बेचारों का मजहब इतना ज्यादा नाजुक है कि नूपुर शर्मा के एक बयान पर 56 मुस्लिम देशों को दस्त लग गए । और अब टाइगर राजा सिंह की वजह से भी जिहादी समुदाय का रक्तचाप बढ़ रहा है ।
हिंदू देवी देवताओं को अपशब्द कहने के बाद भी माननीय जज साहब की कृपा हासिल करने वाला अकबरुद्दीन ओवैसी का भाई बड़ा ओवैसी यानी असदुद्दीन भी काफी आग बबूला नजर आ रहा है ।
खैर टाइगर राजा सिंह पहले गिरफ्तार हुए और अब उनको जमानत भी मिल चुकी है अब इस पर भी मुसलमानों में काफी नाराजगी है कि आखिर ये टाइगर इतनी जल्दी बाहर कैसे निकल आया । जमानत कैसे मिल गई । लेकिन काटो तू खून नहीं वाली स्थिति हो रही जिहादी समुदाय की क्योंकि तेलंगाना की सरकार में खुद ओवैसी की पार्टी भी तो शामिल है तो तेलंगाना सरकार को गरियाएं भी तो कैसे गरियाएं ।
खैर जो भी है देश में शांति बनाए रखिए…. और इसके लिए सिर तन से जुदा का नारा लगाने वाले शांति दूतों और रक्त पिपासू फरिश्तों को जेल में भरिए ।
– दिलीप पाण्डेय

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