आईये जानते हैं रोज एक सेब खाने के फायदे।

आपने सुना होगा “रोज़ एक सेब खाने से डॉक्टर को दूर रखा जा सकता है” भाव आप बिमारियों से दूर हो जाते हैं।

सेब में मौजूद ‘फ्लेवोनॉइड’ नामक एंटी-ऑक्सीडेंट (Anti Oxidant) तत्व ब्लड शुगर (Blood Sugar) को नियंत्रण में रखता है, यह कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrate) के पाचन क्रिया को भी कम करता है, जिससे रक्त में शुगर की मात्रा कम हो जाती है। सेब में फाइबर भी अच्छी मात्रा में होता है।ये फाइबर दिल को नुकसान पहुंचाने वाले ‘खराब कोलेस्ट्रॉल’ (Bad Celastrol) और ‘वसा कोशिकाओं’ की वृद्धि को कम करते हैं, जिससे दिल स्वस्थ रहता है।

सेब को फल और सब्जी दोनों के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।सब्जी बनाने के लिए कई तरह के सेब होते हैं।ये सेब मीठे कम और खट्टे ज्यादा होते हैं।सेब में मौजूद गुणकारी तत्व शरीर के विकास में योगदान देते हैं और बीमारियों से भी बचाते हैं। सेब एंटी-ऑक्सीडेंट्स (फ्लेवोनोइड्स और पॉलीफेनोल्स) से भरपूर फल है और इसमें फाइबर, विटामिन सी, बी1, बी2, बी6 और पोटेशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम, बोरान, फास्फोरस और आयरन जैसे खनिज भी होते हैं। विटामिन सी एक प्राकृतिक एंटी-इन्फेक्शन है यह ऑक्सीडेंट शरीर की बाहरी जीवों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है और हानिकारक कणों को शरीर से बाहर निकालता है।

ये विटामिन और खनिज शरीर की वृद्धि और विकास के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। पोटेशियम रक्तचाप को नियंत्रित करने में भी मदद करता है। सेब में बोरॉन नामक तत्व हड्डियों को मजबूत बनाता है और हड्डियों को जंग लगने से भी बचाता है।सेब एक ऐसा फल है, इसमें वसा, कोलेस्ट्रोल और सोडियम बिल्कुल नहीं होता है, इसलिए रक्तचाप, मधुमेह और हृदय रोगी प्रतिदिन सेब का सेवन कर सकते हैं।

सेब में मौजूद ‘पॉलीफेनोल्स’ नामक एंटी-ऑक्सीडेंट तत्व वसा कोशिकाओं को नसों में जमने से रोकते हैं, जिससे रक्त प्रवाह में कोई रुकावट नहीं आती और शरीर का संचार तंत्र काम करता रहता है। सेब खाने से अस्थमा की बीमारी भी कम होती है बच्चों में रोजाना सेब का सेवन करने से याददाश्त भी बढ़ती है

सेब खाने से अस्थमा की बीमारी भी कम होती है बच्चों में रोजाना सेब का सेवन करने से याददाश्त भी बढ़ती है।

सेब का लाल रंग ‘एंथोसायनिन’ के कारण होता है, जो केवल सेब के छिलके में मौजूद होता है, अगर यह तत्व कम हो तो सेब का लाल रंग फीका पड़ जाता है। सेब के सभी गुणों का लाभ उठाने के लिए जूस, जैम आदि खाने के बजाय सेब को छिलके सहित फल की तरह खाना चाहिए क्‍योंकि सेब में एंटीऑक्‍सीडेंट जैसे महत्‍वपूर्ण तत्‍व छिलके में होते हैं, दिन में एक सेब खाने से कमर की चर्बी का खतरा लगभग 21 प्रतिशत तक कम हो जाता है। सेब विटामिन ए और सी, कैल्शियम, पोटैशियम और फाइबर से भरपूर होते हैं जो हमें स्वस्थ रखते हैं।

यह एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होता है।लाल सेब में अन्य प्रकार के सेब की तुलना में एंटी-ऑक्सीडेंट की मात्रा सबसे अधिक होती है, इसलिए लाल सेब कैंसर, मधुमेह, हृदय रोग और पार्किंसंस और अल्जाइमर जैसी बीमारियों में बहुत फायदेमंद होता है।इसमें मौजूद फ्लेवोनॉयड सामग्री लाल सेब एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है, यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।

सेब में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट तत्व शरीर को कैंसर (Cancer), खासकर ब्रेस्ट कैंसर, फेफड़ों के कैंसर, आंतों के कैंसर आदि बीमारियों से बचाते हैं। सेब गुणों से भरपूर फल है। यह शरीर की कई बीमारियों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है।दुनिया के विभिन्न देशों में लगभग सात हजार किस्मों का उत्पादन होता है।सेब का सबसे ज्यादा उत्पादन चीन, अमेरिका, तुर्की, पोलैंड और इटली में होता है।

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