हवाई यात्रा करने वालों को सभ्रांत माना जाता है। उनके बारे में सामान्य धारणा होती है, कि वे बेहद शरीफ और बड़े लोग होते हैं। वास्तव में ये काफी हद तक सही भी है। पर कुछ दिनों से लगातार ऐसी घटनाएं हुई जिससे इन हवाई यात्रियों की बनी-बनाई छवि टूटने लगी। कुछ यात्रियों ने शराब पीकर हंगामा किया तो कुछ ने बिना पिये ही ऐसे हालात निर्मित किए कि हंगामा हुआ। एयर होस्टेस से बदसलूकी, साथी यात्रियों से मारपीट और नशे में ऐसे कृत्य जो इन सभ्रांत समाज के लोगों को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं। इन पर संबंधित विभाग ने कार्रवाई भी की, पर सवाल ये है कि ऐसे हालात ही क्यों बने?
फ्लाइट्स में मारपीट, साथी यात्रियों से नोंकझोंक, शराब के नशे में हंगामा करने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। हाल ही में एयर इंडिया की फ्लाइट में एक बुजुर्ग महिला पर पेशाब करने का मामला सामने आया था। यात्रा के दौरान एक युवक ने शराब के नशे में महिला की सीट पर पेशाब कर दी। यह घटना जितनी शर्मनाक थी उससे कहीं अधिक यह सोचने पर मजबूर कर रही है कि आख़िर हवाई यात्रा के दौरान शराब क्यों परोसी जा रही है? क्या वजह है जो शराब जैसे मादक पदार्थ को यात्रा के दौरान बैन नहीं किया जाता? हवाई यात्रा के दौरान अगर कोई यात्री हंगामा करता है तो इससे बाकी यात्री की सुरक्षा पर भी खतरा मंडरा सकता है। सवाल बहुतेरे हैं और उन सवालों में एक सवाल यह भी है कि इस शर्मनाक घटना के बाद दोषी आरोपी को क्यों छोड़ दिया गया? क्यों समय रहते उस पर सही कार्रवाई नहीं की गई। जिससे बाकी यात्रियों के लिए एक सबक बन सके। वैसे यह कोई पहली घटना नहीं है, जब हवाई यात्रा के दौरान शराब पीकर हंगामा किया गया हो।
अभी कुछ दिन पहले ही विदेशी यात्रियों ने एक फ्लाइट में एयर होस्टेस के साथ छेड़खानी की थी। एक अन्य मामले में फ्लाइट कैप्टन के साथ मारपीट की गई। वहीं एक वीडियो भी वायरल हुआ था। जिसमें इंडिगो की एयर होस्टेस के साथ एक यात्री ने बदतमीजी की थी। यात्री और फ्लाइट अटेंडेंट के बीच खाने के ऑप्शन को लेकर बहस छिड़ गई। यह घटना इस्तांबुल-दिल्ली उड़ान की थी। करीब एक मिनट के इस वीडियो में फ्लाइट अटेंडेंट और यात्री दोनों एक-दूसरे पर चीखते हुए से नजर आए। इस घटना पर एयरलाइंस ने प्रतिक्रिया दी और कहा कि उनके चालक दल के एक सदस्य के साथ यात्री ने ख़राब व्यवहार किया। इसके बाद दिल्ली से पटना जाने वाली फ्लाइट में भी तीन युवकों ने शराब के नशे में उधम मचाया। वैसे देखा जाए तो कहीं न कहीं शराब के नशे में यात्रियों द्वारा अभद्र व्यवहार किया जा रहा है। ऐसे में नशीले पद्रार्थों पर रोक लगाने की दिशा में उचित कदम उठाए जाने चाहिए। अधिक्तर हवाई जहाजों में एयर होस्टेस महिलाएं होती हैं। जो इन शराबी यात्रियों की अभद्रता का शिकार होती हैं। ऐसे में शराब को लेकर नई नीति बनाई जानी चाहिए।
एयर इंडिया की फ्लाइट में महिला पर पेशाब करने का मामला अभी शांत हुआ भी नहीं था कि गो एयर की एक फ्लाइट में एयर होस्टेस के साथ छेड़खानी की गई। यह फ्लाइट दिल्ली से गोवा जा रही थी। इसमें दो विदेशी यात्रियों ने एक एयर होस्टेस के साथ छेड़छाड़ की। एक ने एयर होस्टेस को अपने पास बैठने तक को कहा। दूसरे यात्री ने अश्लील बातें की। एयर इंडिया की न्यूयॉर्क से दिल्ली आ रही फ्लाइट की घटना यह बताने के लिए काफ़ी है कि कैसे फ़्लाइट में अभद्र घटनाएं बढ़ती जा रही है। बिजनेस क्लास के एक यात्री ने शराब के नशे में एक बुजुर्ग महिला सहयात्री पर पेशाब कर दी। बाद में उस यात्री को खोजकर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जरूर भेजा गया। पर, मसला वही है कि अचानक हवाई यात्रियों की मनोस्थिति को क्या हो गया! वे ऐसी हरकतें क्यों कर रहे हैं? जो उनकी इमेज को ख़राब करती है। क्योंकि, हवाई यात्रियों की पहचान छिपी नहीं रहती और जब बाहर आती है तो वे सिवाय बहानेबाजी के कुछ नहीं कर सकते। आजकल हर यात्री के हाथ में कैमरा है और वे ऐसी घटनाओं के वीडियो बनाने का मौका भी नहीं छोड़ते।
ऐसी घटनाएं सिर्फ हमारे देश में ही नहीं होती। विदेशों में तो ऐसी घटनाएं आम हैं। पिछले दिनों मैनचेस्टर से रोड्स जा रही एक फ्लाइट में भी ऐसा ही कुछ वाकया हुआ था। फ्लाइट में यात्रा के दौरान एक महिला सिर्फ इस बात पर भड़क गई कि उसके मांगने पर उसे पसंद की शराब नहीं दी गई। उसने फ्लाइट अटेंडेंट को थप्पड़ भी मारे। इस घटना का वीडियो भी वायरल हुआ। जानकारी के मुताबिक इस महिला यात्री ने शैंपेन की मांग की, जिस पर क्रू-मेंबर ने बताया कि इस फ्लाइट में शैंपेन की सुविधा नहीं है। इसके बाद महिला भड़क गई। एक क्रू-मेंबर ने महिला को शांत करने की कोशिश भी की। इस पर महिला उग्र हो गई और गुस्से में वह सीट से उठ गई और बीच में केबिन का दरवाजा खोलने की कोशिश की। महिला ने तीन सीट पर पेशाब भी कर दी। पायलट को मजबूरी में फ्लाइट की म्यूनिख में इमरजेंसी लैंडिंग कराना पड़ी। आपात लैंडिंग के बाद पुलिस ने महिला को फ्लाइट से जबरन उतारा।
फ्लाइट्स में झगडे, बदसलूकी, मारपीट के बढ़ते मामलों के पीछे शराब एक अहम कारण माना जा रहा है। डोमेस्टिक फ्लाइट में तो शराब पीकर बैठने पर भी रोक है, पर इंटरनेशनल फ्लाइट में तो बकायदा शराब परोसी जाती है। इस बीच एक सर्वे रिपोर्ट में कहा गया कि 48 फीसदी लोगों ने फ्लाइट्स में शराब दिए जाने पर रोक लगाने की मांग की। जबकि, 89 फीसदी लोगों ने सरकार के सुरक्षा मानकों का समर्थन किया है। इस सर्वे में 10 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए थे। इस सर्वे रिपोर्ट के अनुसार बदसलूकी, मारपीट जैसी घटनाओं के लिए फ्रीक्वेंटली सफर करने वाले यात्रियों को छूट देना, शराब परोसने को जिम्मेदार ठहराया है। सर्वे में शामिल 50 प्रतिशत लोगों ने कहा कि हवाई यात्रा से पहले सभी को अंडरटेकिंग देना चाहिए कि वह सफर के दौरान शराब का सेवन नहीं करेंगे। 40 फीसदी लोगों ने यात्रा शुरू होने से पहले शराब को लेकर ब्रीथ टेस्ट कराने को भी कहा। भारत नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में दुनिया का सबसे बड़ा बाजार बनने की कगार पर खड़ा है और ऐसे कृत्य हमारी संस्कृति के लिहाज से भी ठीक नहीं। ऐसे में हवाई यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए हर सम्भव प्रयास किए जाना चाहिए।
– सोनम लववंशी