रा. स्व. संघ के वरिष्ठ स्वयंसेवक मोहनराव ढवळीकर (आयु 72) का बीते दिनों पुणे में देहांत हो गया। नवी मुंबई के वासी स्थित शमशानभूमि में उनका अंतिम संस्कार किया गया। चेंबूर-नवी मुंबई में लम्बे समय तक उन्होंने संघकार्य किया। ठाणे जिला कार्यवाह, ठाणे विभाग कार्यकारिणी सदस्य आदि अनेक दायित्व का उन्होंने पूरी निष्ठा एवं समर्पण से निर्वहन किया। साहित्य और लेखन में रूचि होने के कारण विश्व संवाद केंद्र, चेंबूर हायस्कूल, साहित्य परिषद से जुड़ कर उन्होंने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। पढ़ने-लिखने, अध्ययन करने और एक छात्र की तरह सदैव सीखने के लिए लालायित रहनेवाले मोहनराव एक आदर्श स्वयंसेवक थे। सभी से मित्रता पूर्ण व्यवहार, मदद के लिए सदैव तत्पर, हसमुख, विनम्र एवं मृदुल स्वभाव के धनी मोहनराव जी के चले जाने से क्षेत्र में शोक का वातावरण बना हुआ है। ईश्वर से प्रार्थना है कि उनकी आत्मा को स्श्नि्त एवं सद्गति प्रदान करे। हिंदी विवेक परिवार की ओर से उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि।
जनसाधारण को समर्पित है भाजपा का संकल्प पत्र
भाजपा द्वारा इस संकल्प पत्र में जनता को मोदी की गारंटी दी गई है। गरीब परिवारों की सेवा- मोदी की...