मनोवांछित फलदायी वट सावित्री व्रत
भारत एक धर्मप्राण देश है। यहां के जनजीवन में व्रत-पर्वोत्सव का बड़ा महत्व है। वर्ष के आद्य मास चैत्र से शुरू होकर अंतिम मास फाल्गुन तक अनेक व्रत आते हैं, जिन्हें पूरा परिवार-समाज निष्ठा और आस्था के साथ मनाता है।
भारत एक धर्मप्राण देश है। यहां के जनजीवन में व्रत-पर्वोत्सव का बड़ा महत्व है। वर्ष के आद्य मास चैत्र से शुरू होकर अंतिम मास फाल्गुन तक अनेक व्रत आते हैं, जिन्हें पूरा परिवार-समाज निष्ठा और आस्था के साथ मनाता है।
महाराष्ट्र का पूरा खानदेश क्षेत्र आर्थिक दृष्टि से अन्य क्षेत्रों की अपेक्षा एक पिछड़ा क्षेत्र है । पानी के अभाव में खेती अच्छी तरह से नहीं हो पाती। उद्योग-धंधों का भी समुचित विकास नहीं हो पाया है।