हिंदी की प्रतिष्ठा में गैर हिंदी भाषियों का योगदान
स्वतंत्रता आंदोलन के समय अनेकानेक भारतीय भाषा-भाषी लोग थे, जिन्होंने हिंदी में काम किया। धार्मिक आंदोलन, शिक्षा के प्रचार-प्रसार, सामाजिक...
स्वतंत्रता आंदोलन के समय अनेकानेक भारतीय भाषा-भाषी लोग थे, जिन्होंने हिंदी में काम किया। धार्मिक आंदोलन, शिक्षा के प्रचार-प्रसार, सामाजिक...
साहित्य में अब पाठकों की रुचि नहीं रही यह मानकर अच्छा साहित्य लिखा जाना बंद नहीं हो जाना चाहिए। पाठकों...
भारत सरकार की शहरी विकास की नीति आगामी कई दशकों को ध्यान में रखकर बनाई गई है। स्मार्ट सिटी के...
रिटायरमेंट के जीवन को लोग बोझ समझने लगते हैं, जबकि उनके अनुभव का उपयोग समाज और राष्ट्रहित में किया जा...
पर्यावरण की रक्षा के लिए पूरे विश्व में विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाएं कार्यरत हैं। यह एक तरह से जनता...
भारत में विभिन्न बोलियों के रूप में लगभग सात सौ अस्सी भाषाएं प्रचलित हैं। इनको छियासठ लिपियों के द्वारा लिखा...
धर्मप्राण भारत के जनजीवन में कुम्भ, अर्धकुम्भ तथा सिंहस्थ का एक विशिष्ट स्थान है। ये पर्वहमें हजारों साल प्ाुरानी स्मृति...
पृथ्वी के चारों ओर कई सौ किलोमीटर की मोटाई में व्याप्त गैसीय आवरण को ‘वायुमण्डल’ कहा जाता है। पृथ्वी की...
भारत एक बहुभाषा-भाषी देश है। स्वतंत्रता के उपरान्त भाषा के आधार पर ही राज्यों का गठन किया गया। भाषाओं को...
भौतिक उन्नति और भोगवादी प्रवृत्ति के कारण इस समय समूचा भूमण्डल पर्यावरण के संकट में घिर गया है। दुनिया भर...
भारत एक धर्मप्राण देश है। यहाँ का सम्पूर्ण जीवनचक्र धर्म के चतुर्दिक घूमता रहता है। धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष...
कोठीनुमा बंगले के बड़े हाल में सुमधुर कर्णप्रिय भारतीय संगीत बज रहा था। तबले और सितार के बीच बांसुरी की...
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