चौथे स्तंभ की भूमिका पहचाने
31 दिसम्बर की रात और 1 जनवरी की सुबह, साल बदलने के इस मोड़ पर सारा संसार आनंदोत्सव मनाता है। इस पूरे उत्सव के पीछे केवल आनंद होता है, ऐसा नहीं कहा जा सकता।
31 दिसम्बर की रात और 1 जनवरी की सुबह, साल बदलने के इस मोड़ पर सारा संसार आनंदोत्सव मनाता है। इस पूरे उत्सव के पीछे केवल आनंद होता है, ऐसा नहीं कहा जा सकता।