मेरा यूरोप सफर
रोम शहर में प्राचीन रोम साम्राज्य का भूषण कहलाने वाला कोलोसिअम है। प्राचीन काल में सत्तर से अस्सी हजार प्रेक्षक यहां बैठते थे। अब ये इमारत भग्नावस्था में है।
रोम शहर में प्राचीन रोम साम्राज्य का भूषण कहलाने वाला कोलोसिअम है। प्राचीन काल में सत्तर से अस्सी हजार प्रेक्षक यहां बैठते थे। अब ये इमारत भग्नावस्था में है।
इस समय सम्पूर्ण भारतवर्ष युगनायक श्री स्वामी विवेकानंद जी की 150 वीं जयन्ती के निमित्त सार्द्धशती समारोह मना रहा है। इस समारोह के माध्यम से समाज में नवचेतना जगाने का प्रयास किया जा रहा है।
दिल्ली! भारत की राजनैतिक राजधानी! राजनीतिक गहमा-गहमी के कारण हमेशा ही खबरों में रहनेवाली। परंतु पिछले कुछ समय से यह शहर और भी कुछ कारणों से चर्चा का विषय बना हुआ है।
एक और खतरनाक विधेयक संसद के समक्ष है। हाल में इस विधेयक को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने अपनी मंजूरी प्रदान की है। संसद के शीत सत्र में लोकपाल से लेकर अन्य विधेयकों को लोन की सरकार ने जो हड़बड़ी दिखाई है, उसका स्पष्ट लक्ष्य 2014 के संसदीय चुनाव हैं।
2013 के विधानसभा चुनावों में संपूर्ण देश में कांग्रेस विरोध स्पष्ट रुप से दिखाई दे रहा था, और वह परिणामों में दिखाई भी दिया। मिजोरम भी इससे अलग नहीं था।
कभी म. प्र. का हिस्सा रहे छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव अन्य चार राज्यों की तुलना में पूरी तरह अलग कहे जा सकते हैं। आदिवासियों की बहुतायत वाला यह राज्य धान का कटोरा कहलाता है।
पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों को राजनैतिक विश्लेषकों ने जहां सेमीफाईनल कहकर देश की राजनीति के बदलते तेवरों का संकेत माना वहीं कांगे्रस ने पार्टी की पराजय पर हताशा जताते हुए इन कयासों को जन्म दिया कि आने वाला लोकसभा चुनाव उसके लिए बेहद अप हिलटास्क बन चुका है।
श्रीलंका के दक्षिण पश्चिम हिंद महासागर में स्थित 1,200 छोटे-छोटे द्वीपों वाले देश मालदीव में अंतत: भारत विरोधी ताकतें सत्ता पर मजबूती से काबिज होने में सफल रहीं।
शायरी पसंद करनेवाला शायद ही कोई हो जिसे ग़ालिब का यह शेर पता न हो। हृदय में जागृत हुए प्रेम के दुख से व्याकुल कवि के ये उद्गार मन को ‘स्पर्श’ कर जाते है। प्रेम कवि के मन को इतनी पीड़ा देता है कि वह किसी भी तरह कम नहीं होती।
बीसवीं शताब्दी में मानव जाति के इतिहास को एक नया मोड देने का काम जिन व्यक्तियों ने किया उनमें नेलसन मंडेला की गिनती करना अत्यावश्यक है। 6 दिसम्बर 2013 को उनकी मृत्यु हुई। 18 जुलाई 1918 को उनका जन्म हुआ था। उनकी आयु के 94 वर्षों में से 27 वर्ष उन्होंने जेल में गुजारे।
2000 के दशक में तीन भारतीय फिल्मों ‘स्लम डॉग मिलियनेअर’, ‘थ्री ईडियट्स’ और ‘तारे जमीं पर’ ने राष्ट्रीय ही नहीं वरन् अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय फिल्मों की पहचान को स्थापित कर दिया।
एक लंबे संघर्ष और बलिदान के पश्चात ही भारत स्वधीन हो सका और देश मेंं गणतन्त्र कि स्थापना हुई । इसके पूर्व सुल्तानों और अंग्रेजों का शासन कैसा था, यह सर्वविदित है ।