पर्यावरण परिवर्तन एक वैश्विक संकट
पृथ्वी के चारों ओर कई सौ किलोमीटर की मोटाई में व्याप्त गैसीय आवरण को ‘वायुमण्डल’ कहा जाता है। पृथ्वी की आकर्षण शक्ति के कारण ही यह वायुमण्डल उसके साथ टिका हुआ है।
पृथ्वी के चारों ओर कई सौ किलोमीटर की मोटाई में व्याप्त गैसीय आवरण को ‘वायुमण्डल’ कहा जाता है। पृथ्वी की आकर्षण शक्ति के कारण ही यह वायुमण्डल उसके साथ टिका हुआ है।
प्रतिवर्ष 5 जून को अन्तरराष्ट्रीय पर्यावरण दिवस मनाया जाता है । 5 जून 1972 को स्टाकहोम में ‘मानव और पर्यावरण’ विषय पर अन्तरराष्ट्रीय परिषद आयोजित की गयी थी। अत: प्रतिवर्ष 5 जून को अन्तरराष्ट्रीय पर्यावरण दिवस मनाया जाता है।
अनुमान है कि इस सदी के मध्य तक अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर अधिक वर्षा होगी। यह अतिरिक्त पानी बह कर सागर में चला जाएगा। कुछ जगह बेहद बारिश होगी तो अन्य जगह बारिश का अभाव होगा। इससे 2050 तक पानी का संकट बढ़ने की संभावना है।