धृतराष्ट्री आचरण से धूमिल हो गई प्रतिष्ठा
शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे ने जीवन भर अपने नियमों एवं आदर्शों से कभी समझौता नहीं किया परंतु उनके पुत्र उद्धव ठाकरे ने सत्ता के लोभ में उन आदर्शों को मिट्टी में मिला दिया। आज स्थिति यह है कि वे शिवसेना से हाथ धो चुके हैं और शायद शिवसेना की…