भारत में बसंतोत्सव – समरसता और लोकमंगल पर्व

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होली एक लोक उत्सव है जिसमे प्रकृति भी शामिल होती है। बसंत ऋतु की मादकता सर्वत्र दिखाई देती है। यह ऋतु मनुष्य के व्यवहार में आये अहंकार को भी तोड़ती है। कोई शिष्ट नही होता कोई विशिष्ट नही होता। यह बसंतोत्सव और विशेषत: होली की विशेषता होती है। गांवों में…

“सनातन विद्या से 𝗖𝘆𝗯𝗲𝗿 𝘀𝗲𝗰𝘂𝗿𝗶𝘁𝘆”

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जी हाँ, शास्त्रों में एक ऐसी भी विद्या है जिससे आप अपने  ATM PIN  को सुरक्षित और गोपनीय रख सकते हैं, उस विद्या का नाम है "कटपयादी सन्ख्या विद्या" कटपयादि संख्या हम में से बहुत से लोग अपना Password, या ATM PIN भूल जाते हैं इस कारण हम उसे कहीं पर लिख कर रखते…

मानव समाज के कतिपय दोष

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तस्माच्छास्त्रं प्रमाणं ते कार्याकार्यव्यवस्थितौ ज्ञात्वा शास्त्रविधानोक्तं कर्म कर्तुमिहार्हसि भावार्थ : मनुष्य को यह जानना चाहिए कि शास्त्रों के विधान के अनुसार क्या कर्तव्य है और क्या अकर्तव्य है । उसे विधि-विधानों को जानकर कर्म करना चाहिए जिससे वह क्रमशः ऊपर उठ सके। तात्पर्य : वेदों के सारे विधि-विधान कृष्ण को…

विजय ही धर्म है

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हस्तिनापुर में पाण्डवों के राज्याभिषेक के बाद जब कृष्ण द्वारिका जाने लगे तो धर्मराज युद्धिष्ठर उनके रथ पर सवार हो कर कुछ दूर तक उन्हें छोड़ने के लिए चले गए। भगवान श्रीकृष्ण ने देखा, धर्मराज के मुख पर उदासी ही पसरी हुई थी। उन्होंने मुस्कुरा कर पूछा, "क्या हुआ भइया?…

मकर संक्रान्ति के स्नान व दान का महत्व

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भगवान सूर्य जब शनि के साथ मकर राशि में प्रवेश करते हैं तो उस दिन मकर संक्रांति का त्यौहार मनाया जाता है। इस दिन से ही सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण की तरफ चलना शुरु करता है। हिन्दू धर्म में इसी दिन से मलमास की समाप्ति होती है और शुभ दिनों की…

आध्यात्मिक चेतना और राष्ट्रीय एकात्मता का पर्व मकर संक्रांति

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शीत  ऋतु के बीच जब सूर्य धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करते हैं तो मकर संक्रांति होती है, इसी दिन से सूर्य की उत्तरायण गति प्रारम्भ होती है। यह पर्व जीवन व सृष्टि में नवसंचार करता है। यह हिंदुओं का प्रमुख काल चेतना या परिवर्तनकारी समय का…

भारत भक्ति से भरा मन है ‘स्वामी विवेकानंद’

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स्वामी विवेकानंद ऐसे संन्यासी हैं, जिन्होंने हिमालय की कंदराओं में जाकर स्वयं के मोक्ष के प्रयास नहीं किये बल्कि भारत के उत्थान के लिए अपना जीवन खपा दिया। विश्व धर्म सम्मलेन के मंच से दुनिया को भारत के ‘स्व’ से परिचित कराने का सामर्थ्य स्वामी विवेकानंद में ही था, क्योंकि…

उत्तर प्रदेश की राजनीति में मथुरा का महत्व

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भारतीय जनता पार्टी 90 के दशक के बाद से राम मंदिर के मुद्दे पर चुनाव लड़ती आ रही थी, राम मंदिर के नाम पर बीजेपी को जीत भी मिली। गुजरात के विकास मॉडल और नरेंद्र मोदी के हिंदुत्व वाली छवि को देखते हुए जनता ने एक बार फिर से मोदी…

सनातन धर्म होगा अगला पड़ाव!

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  वेदों और शास्त्रों के माध्यम से यह पता चलता है कि सनातन धर्म दुनिया का सबसे पुराना और एकमात्र धर्म है जहां हिंसा और अपराध को बढ़ावा नहीं दिया जाता है बल्कि प्यार और सहयोग की भावना जागृत की जाती है। 'सनातन' का अर्थ है 'शाश्वत' यानी 'हमेशा बना…

हिंदु और हिंदुत्व की शौर्यगाथा

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हाल ही में एक राजनीतिक नेता ने हिंदुत्व को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की है।  जाति व्यवस्था में जहर घोलने में नाकाम रहने के कारण हिंदुओं को अपने धर्म और संस्कृति पर शर्मिंदगी महसूस कराने के लिए नए हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। आइए पहले हिंदू धर्म को परिभाषित करें। सनातन…

पीएम मोदी ने देश को समर्पित किया काशी विश्वनाथ कॉरिडोर

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का उद्घाटन कर एक बड़ा कीर्तिमान चर दिया। शिव जी के त्रिशूल पर टिकी काशी में बाबा विश्वनाथ मंदिर का बड़ा महत्व है जिसे आज मोदी सरकार की मेहनत से एक नया रूप दिया गया। करीब 54 हजार वर्ग मीटर में फैले इस…

हिन्दू धार्मिक नेताओं का एकजुट होना जरुरी

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बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं के खिलाफ जो कुछ भी हुआ वह कोई मामूली घटना नहीं थी। जब इस्कॉन ने विरोध की तारीख और समय के बारे में विस्तार से सब कुछ घोषित किया, तो क्या सभी धार्मिक नेताओं, मठाधिपती, अखाड़ा प्रमुख आदि सभी की यह जिम्मेदारी नहीं थी कि वे आगे आएं और बांग्लादेश में हिन्दू अल्पसंख्यकों के साथ खड़े हो जाएं?

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