नये कपड़े और सेल्फी, क्या यही है हमारी दिवाली ?

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भारतीय संस्कृति में दिए जलाना सिर्फ एक त्यौहार नहीं बल्कि एक श्रद्धा और आदर का भाव होता है। हम दिए सिर्फ बाहर प्रकाश या दिखावे के लिए नहीं जलाते हैं बल्कि इससे मन के अंधकार को भी कम करते है। तेजी से बदलते परिवेश में दिए की जगह को अब…

श्रद्धा और भक्ति का त्यौहार ‘नवरात्र’

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भारतीय संस्कृति में तीन प्रकार की नवरात्रियाँ मनाई जाती हैं। चैत्र महीने में राम की, क्वार मास में देवी मां की और अगहन महीने में खंडोबा की नवरात्रि मनाई जाती है। आदिमाया ने दानवों की पीड़ा से मानव की मुक्ति कराने के लिए मां देवी ने नौ दिन सतत युद्ध किया था। सूर्यास्त…

आस्था का केंद्र है प्रयाग का माघ मेला

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माघ महीना। सूर्य का मकर राशि में प्रवेश। सूर्य के मकर राशि में आने से ही बदल जाती है संक्रांति। इसी मकर संक्रांति से शुरू हो जाता है प्रयाग का माघ मेला। प्रयाग की पावन धरती पर शुरू हो जाता है साधु-संतों का जमावड़ा। सजधज जाता है अखाड़ों का पंडाल। श्रद्धालु जुटने लगते हैं मेले में।

नवरात्र : अध्यात्म एवं उत्सव का संगम

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गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान में गरबा नृत्य की धूम होती है। पश्चिम बंगाल में तो जैसे पूरा जन-जीवन ही दुर्गा पूजा के रूप में एकीकृत हो जाता है। दक्षिण भारत के राज्यों-कर्नाटक तथा आन्ध्रप्रदेश में दुर्गा पूजा का प्रचलन बढ़ता जा रहा है। इस तरह यदि देखा जाय तो नवरात्र आध्यात्म एवं उत्सव का एक अद्भुत संगम बन जाता है।

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