भारत का मार्ग
संस्कृति और धर्म के चिन्तन में मनुष्य उसका केन्द्र्र बिन्दु होता है। प्रश्न उठता है कि मनुष्य कौन है? कहां से आया है? मनुष्य को जीवन क्यों जीना है? वे कौन से आधार स्तम्भ हैं, जिन पर मनुष्य का अस्तित्व टिका हुआ है? मनुष्य का सुख क्या है? वह उसे कैसे प्राप्त होता है?