️मन के दास नहीं, स्वामी बनें
'मन' शरीर का स्वामी है, इंद्रियों का प्रवाह मन के आदेशानुसार काम करता है। बलवान मन शरीर को ड्राइवर की भांति जिधर चाहे उधर हाँका करता है। 'मन' ही अपने नियमित जीवन का साफ़- सुथरा निष्कंटक मार्ग तैयार करता है और मृत्यु का रास्ता भी 'मन' ही बनाता है। विचार…