फिजी विश्व हिंदी सम्मेलन – वैश्विक हिंदी की दस्तक
निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल बिन निज भाषा-ज्ञान के, मिटत न हिय को सूल अंग्रेजी पढ़ि के जदपि, सब गुन होत प्रवीन पै निज भाषा-ज्ञान बिन, रहत हीन के हीन भारतेंदु हरिश्चंद्र विश्व हिंदी सम्मेलन, फिजी की चर्चा प्रारंभ करने से पूर्व एक व्यथा या विवाद की…