आजाद हिन्द फौज के सेनानी लेफ्टिनेंट ज्ञानसिंह बिष्ट

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द्वितीय विश्व युद्ध में अंग्रेजों एवं मित्र देशों की सामरिक शक्ति अधिक होने पर भी आजाद हिन्द फौज के सेनानी उन्हें कड़ी टक्कर दे रहे थे। लेफ्टिनेंट ज्ञानसिंह बिष्ट भी ऐसे ही एक सेनानायक थे, जिन्होंने अपने से छह गुना बड़ी अंग्रेज टुकड़ी को भागने पर मजबूर कर दिया।  16…

पराक्रम और पुरुषार्थ भाव की चेतना

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हमारे देश में किसी स्थान, द्वीप आदि का नामकरण वैचारिक स्तर पर विवादित बना दिया जाता है। लेकिन नामकरण का अपना महत्व है और इसके संदेश उस स्थान, देश और विश्व के लिए व्यापक और दीर्घकालिक होते हैं। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की स्मृति में मनाए जाने वाले पराक्रम दिवस…

स्वतन्त्रता सेनानी नेताजी सुभाषचन्द्र बोस

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स्वतन्त्रता आन्दोलन के दिनों में जिनकी एक पुकार पर हजारों महिलाओं ने अपने कीमती गहने अर्पित कर दिये, जिनके आह्नान पर हजारों युवक और युवतियाँ आजाद हिन्द फौज में भर्ती हो गये, उन नेताजी सुभाषचन्द्र बोस का जन्म उड़ीसा की राजधानी कटक के एक मध्यमवर्गीय परिवार में 23 जनवरी, 1897…

सुभाष बाबू की सहधर्मिणी एमिली शैंकल बोस

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सुभाष चंद्र बोस को विदेश में हर प्रकार का सहयोग देने वाली एमिली शैंकल का जन्म आस्ट्रिया की राजधानी विएना में 26 दिसम्बर, 1910 को हुआ था। उसके पिता डा. ऑस्कर शैंकल एक पशु चिकित्सक थे। एमिली जर्मन भाषा के साथ ही टाइपिंग व स्टेनोग्राफी की अच्छी जानकार थी। 1933…

सरस्वती शिशु मंदिर के आधार स्तम्भ सीताराम अग्रवाल

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सेवा के लिए संवेदना आवश्यक है। ऐसे ही एक संवेदनशील व्यक्ति थे विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय मंत्री तथा सेवा प्रमुख श्री सीताराम अग्रवाल, जिनका जन्म 16 मार्च, 1924 को औरैया (इटावा, उ.प्र.) में श्री भजनलाल एवं श्रीमती चंदा देवी के घर में हुआ था।  1942 में वे ‘भारत छोड़ो…

गांधी, नेहरू के साथ नेता जी का भी है देश!

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भारत को गांधी और नेहरू का देश कहा जाता रहा है लेकिन मोदी सरकार के कार्यकाल में इसकी परिभाषा बदली नजर आ रही है। अहिंसा के पथ पर चलने वाले गांधी के देश में सुभाष चंद्र बोस जैसे नेता भी थे लेकिन उन्हें प्रमुख विचारधारा से हमेशा अलग रखा गया और…

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