रिश्तों की ऑनलाइन डिलीवरी मिलेगी?

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Man spending time with senior father reading newspaper at home
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एक युवक को अपने पिता के साथ बैंक जाना पड़ा क्योंकि उन्हें कुछ पैसे ट्रांसफर करने थे। बैंक में जाने के बाद वहां थोड़ा समय लग गया। बैंक में जब घंटा भर बीत गया तो युवक अपने आप को रोक नहीं पाया। वह अपने पिता के पास गया और बोला:…

टुकड़े-टुकड़े होते रिश्ते

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भारतीय समाज कभी भी नृशंस नहीं रहा। युद्ध के अलावा सामान्य जीवन में किसी की हत्या करना पाप की श्रेणी में गिना जाता था। हमारे संस्कारों, मूल्यों में किसी को दुख पहुंचाना ही बहुत बड़ी बात होती थी, हत्या करने का विचार तो सामान्य लोगों को छूता भी नहीं था।…

‘चेंज योर हसबैंड’ का विज्ञापन

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जितनी तेजी और आंधी के साथ चुनाव प्रचार, चर्चा, बहसें चालू हैं। इन दिनों वही रफ्तार हमारे महानगर में बिल्डिंगें बनने की है। मानो पहाड़ों को तोड़-तोड़ कर समतल करने जैसी मुहीम चला रखी हो। मतलब हैश टैग के साथ "चेंज योर वेदर" का अभियान।वहीं जगह-जगह लगे होर्डिंग के एक…

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