पर्यावरण के लिए संकल्पित ‘सीईटीपी’


ट्रां स ठाणे क्रीक औद्योगिक क्षेत्र में सीईटीपी ( ठाणे – बेलापुर ) एसोसिएशन, नवी मुंबई की स्थापना १९९४ में की गई थी। विभिन्न औद्योगिक गतिविधियों के कारण बढ़ते प्रदूषण स्तर को कम करने और नियंत्रित करने के उद्देश्य से और तेजी से होते औद्योगिक विकास और स्वच्छ पर्यावरण के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए ही इस संस्था की स्थापना की गई थी। उचित, टिकाऊ और दीर्घकालीन विकास को ध्यान में रखते हुए यह संस्था अपना कार्य कर रही है।

इसके अलावा सीईटीपी सभी प्रकार के उद्योगों खासकर लघु उद्योगों के लिए सिंगल पॉइंट प्रक्रिया केंद्र और निष्कासन सुविधा के रूप में कार्य करता है। इस सीईटीपी की कुल क्षमता २७ एमएलडी है ( १२ एमएलडी क्षमता का प्लांट १९९७ में स्थापित किया गया है और १५ एमएलडी प्लांट की अतिरिक्त क्षमता २००६ में परिचालित की गई।) यह केंद्र लगातार सभी निर्धारित मानदंडों को लगातार पूरा कर रहा है। यह सीईटीपी भारत के सबसे अच्छे सीईटीपी में से एक है जिसे महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा ‘ वसुंधरा पुरस्कार २०१५ ‘ से सम्मानित किया गया है।

सीईटीपी ( ठाणे बेलापुर ) एसोसिएशन कंपनी अधिनियम १९५६ की धारा २५ के तहत अलाभकारी कंपनी के रूप में पंजीकृत है। हमारा सीईटीपी सफलतापूर्वक निर्बाध परिचालन ( २४ बाय ७ और ३६५ दिन ) कर रहा है और सभी निर्धारित मानदंडों को पूरा कर रहा है। इस सीईटीपी के दिन – प्रतिदिन की कार्यवाही को योग्य और अनुभवी कर्मचारियों द्वारा चलाया जाता है, साथ ही यहां के प्रबंधन को निदेशक मंडल द्वारा नियंत्रित किया जाता है जिसमें यूजर इंडस्ट्रीज ( एसएसआई / एमएसआई / एलएसआई ) के प्रतिनिधियों को शामिल किया जाता है। ये प्रतिनिधि अपनी तकनीकी और प्रबंधकीय विशेषज्ञता का इस्तेमाल कर अपनी मानद सेवाएं प्रदान करते हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह सीईटीपी पेशेवर तरीके से काम करता रहे। इस सीईटीपी के बोर्ड में टेक्नोक्रेट, इंजीनियर्स, अनुभवी और पेशेवर लोग शामिल हैं, साथ ही तकनीकी, वित्तीय और प्रशासनिक मुद्दों को संभालने के लिए उप – समितियां भी बनाई गई हैं। इन पेशेवर लोगों की प्रतिभा और क्षमता का उपयोग इस सीईटीपी को अधिक एकीकृत रूप से और अधिक कुशलतापूर्वक चलाने के लिए किया जा रहा है।

आज हम गर्व से कह सकते हैं कि औद्योगिक क्षेत्र में सीईटीपी स्थापित करना इस क्षेत्र में स्वच्छ और हरे – भरे पर्यावरण के लिए वरदान है। साथ ही उद्योगों के विकास और विस्तार की दृष्टि से महत्वपूर्ण भी है। यह मॉडल महाराष्ट्र के सभी औद्योगिक क्षेत्रों में अपनाया गया है।

सीईटीपी में एसएसआई, एमएसआई और एलएसआई इकाइयों से प्राप्त संयुक्त प्रवाहकों पर पूरी तरह से प्रक्रिया की जाती है और महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा निर्धारित मानदंडों के अनुसार निष्कासन लाइन के माध्यम से छोड़ दिया जाता है।

इस सीईटीपी की उपलब्धियां :

टीटीसी औद्योगिक क्षेत्र में इस सीईटीपी की स्थापना करके, हमने प्रदूषण स्तर पर नियंत्रण प्राप्त किया है, जो स्वच्छ और हरा – भरा पर्यावरण प्रदान करने में मदद करता है। यह इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर लोगों के स्वास्थ्य के संवर्धन में मदद करता है तथा टीटीसी क्षेत्र में उद्योगों की उत्पादकता में सुधार करने में भी मदद करता है। उद्योग भी हानिकारक तरल प्रवाह के बारे में परेशान हुए बिना अपना काम कर सकता है। यहां सरकारी निकायों द्वारा जारी दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने के प्रयास किए गए हैं। यह संस्था टीटीसी औद्योगिक क्षेत्र में औद्योगिक विकास और बेहतर पर्यावरण के बीच एक कड़ी के रूप में काम कर रही है। हमारे निरंतर सुधार और उन्नयन के भाग के रूप में, हमारा सीईटीपी नियमित रूप से नवीनतम तकनीकों / आधुनिक संयंत्रों के स्वचालन को लागू करने के अवसर नियमित रूप से तलाशता रहता है ताकि अधिक बेहतर प्रक्रिया सुविधाएं मुहैया कराई जा सकें जो उच्च ऑर्गनिक भार के प्रवाह से निपट सके। मानसून के दौरान प्राप्त किए गए अत्यधिक हाइड्रोलिक लोड को संभालने के लिए या इनलेट पर प्राप्त किसी भी अचानक आए लोड को संभालने के लिए, इस सीईटीपी ने प्राथमिकता पर ५००० घनमीटर क्षमता के अतिरिक्त इक्वलाइजेशन टैंक का निर्माण किया है। समय की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, सीईटीपी ने हाल ही में प्रक्रिया के लिए आए तरल प्रवाह की पुनरावृत्ति और पुन : उपयोग करने के लिए आरओ टेक्नोलॉजी का उपयोग करके १०० घनमीटर / दिन क्षमता का एक संयंत्र स्थापित किया है। इस संयंत्र का प्रवाह, उपयुक्तता का पता लगाने के लिए आए अन्य उपयोगकर्ताओं को नमूने के रूप में उपलब्ध कराया जाएगा। इस सीईटीपी ने बेहतर स्लज डी – वॉटरिंग के लिए अत्याधुनिक आयातित मोनोबेल्ट फिल्टर प्रेस मशीनों को स्थापित किया है। सीईटीपी के प्रदर्शन की निरंतर निगरानी के लिए और उसे बेहतर करने के लिए, एमपीसीबी और सीपीसीबी के सर्वरों पर ऑनलाइन डाटा ( २४ * ७ ) को अपलोड करने वाले रीयल टाइम ऑनलाइन एफ्लुएंट मॉनिटरिंग सिस्टम को स्थापित करने वाला यह पहला सीईटीपी है। यह सीईटीपी अपने कर्मचारियों के विकास पर भी जोर दे रहा है, और कौशल हासिल करने / उन्नयन के भरपूर अवसर प्रदान करता है ताकि संस्था के सभी कार्यों में सकारात्मक परिणाम सुनिश्चित कर सके।

सामाजिक जिम्मेदारियां :

सीईटीपी ( ठाणे बेलापुर ) एसोसिएशन, अपनी स्थापना के समय से ही, सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल रहा है जैसे विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों / कॉलेजों, छात्रों के लिए संयंत्र प्रशिक्षण, छात्रों, व्यवसायियों और आम लोगों के बीच पर्यावरण के बारे में जागरुकता फैलाना, अन्य सीईटीपी को उनकी परिचालन समस्याओं को हल करने में सहायता प्रदान करना। सीईटीपी ( ठाणे बेलापुर ), स्कूल / कॉलेज के छात्रों, उद्योगों के ईटीपी ऑपरेटरों और सीईटीपी ऑपरेटरों को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए कार्यक्रम आयोजित करता है। हर साल देश भर से विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के छात्र बड़ी संख्या में इस सीईटीपी का भ्रमण करने के लिए आते हैं और उनमें से कई इस सीईटीपी से इन – प्लांट प्रशिक्षण भी पूरा करते हैं। अपने ज्ञान और प्रदर्शन के आधार पर प्रशिक्षित छात्रों को आवश्यकता के अनुसार रोजगार की पेशकश भी की जाती है।

गो – ग्रीन क्रियाएं :

सीईटीपी ( ठाणे बेलापुर ) एसोसिएशन ने पी – ६० पर अपने परिसर में एक सौर और पवन ( हाइब्रिड ) ऊर्जा प्रणाली ( नवीकरणीय ऊर्जा प्रणाली ) को स्थापित किया है, जो उसके प्रशासनिक कार्यों की आवश्यकता को पूरा करता है। इसके अलावा जल बचत करने वाले भूनिर्माण, ऊर्जा बचत करने वाली प्रकाश व्यवस्था आदि के लिए परियोजनाएं लागू की हैं।

सौंदर्यीकरण के भाग के रूप में हर साल सीईटीपी ( ठाणे बेलापुर ) एसोसिएशन, एमपीसीबी और एमआईडीसी के साथ समन्वय में पूरे जोरशोर से टीटीसी औद्योगिक क्षेत्र को हरा – भरा, स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त करने के लिए सीईटीपी परिसर में और औद्योगिक क्षेत्र में वृक्षारोपण अभियान करता है। राज्य सरकार के वृहद वृक्षारोपण अभियान हिस्से के रूप में इस सीईटीपी ने कल्याण और डोंबिवली क्षेत्र में आवंटित वन भूमि पर २०१६ और २०१७ में प्रति वर्ष दस हजार पेड़ लगाए हैं। यह सीईटीपी नवी मुंबई में और आसपास के इलाकों में इको – गणेश के लिए हर साल जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित करता है।

मोबा . ९५९४९६१८५५

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