मुख्यधारा में शामिल हुए मुसलमान

मोदी सरकार की निष्पक्ष कार्य एवं न्याय प्रणाली तथा मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की उल्लेखनीय भूमिका के चलते मुस्लिम समाज अब धीरे-धीरे देशहित को ध्यान में सरकार मुख्य धारा में आने लगा है। मोदी को किया गया मतदान इसी का संकेत है।

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के सबका साथ, सबका विकास एवं निष्पक्ष भेदभाव रहित सरकारी योजनाओं का सही क्रियान्वयन करने के चलते इस बार लोकसभा 2019 के चुनाव में भारतीय मुस्लिम समाज ने भी परिवर्तन का आगाज किया और मोदी सरकार के समर्थन में मतदान कर मुख्यधारा में आने की पहल की है।

मोदी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के अंतर्गत आयुष्यमान योजना, मुद्रा योजना, उज्ज्वला, आवास, शौचालय, जनधन, सुकन्या समृद्धि योजना, डिजिटल, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, सुरक्षा बीमा योजना आदि 50 से अधिक जनहित योजनाओं को अमल में लाकर तथा बिना किसी भेदभाव के सभी को एक समान सुविधाएं देने के कारण मुस्लिम समाज में सकारात्मक परिवर्तन हुआ है। उन्हें यह विश्वास हुआ है कि मोदी सरकार में उनका भविष्य सुरक्षित, समृद्ध हो सकता है। इसके अलावा मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने मुस्लिम समाज के बीच लगातार जनजागरण कर उनकी सोच को बदला है। मोदी सरकार की निष्पक्ष कार्य एवं न्याय प्रणाली तथा मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की उल्लेखनीय भूमिका के चलते मुस्लिम समाज अब धीरे-धीरे देशहित को ध्यान में सरकार मुख्यधारा में आने लगा है।

मुस्लिम समाज की आधी आबादी महिलाओं को सम्मानपूर्वक और सुरक्षित रखने के लिए तीन तलाक और हलाला मुद्दे पर मोदी सरकार की भूमिका से मुस्लिम समाज में एक आस बंधी है कि मोदी सरकार ही वास्तविकता में कुछ अच्छा कर सकती है। इसी विश्वास के चलते पहली बार मोदी सरकार बनाने में मुस्लिम महिलाओं ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया और अल्प मात्रा में ही सही, मुख्य धारा में शामिल मुस्लिम समाज ने अपना महत्वपूर्ण अंशदान किया।

लोकसभा चुनाव के पूर्व ही मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के नेतृत्व में 10 हजार मुस्लिम कार्यकर्ताओं ने देश के विभिन्न क्षेत्रों में अनेक कार्यक्रमों के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया और व्यापक रूप से मुस्लिम समाज का सही मार्गदर्शन कर उन्हें जागृत करने का प्रयास किया। इस दौरान मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में 300 बड़े कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिसका सकारात्मक प्रतिसाद मिला। 200 मुस्लिम कार्यकर्ताओं ने मीडिया और सोशल मीडिया पर अपनी बात प्रमुखता से स्पष्ट की। इसके माध्यम से लाखों-करोड़ों मुसलमानों तक मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की बात पहुंची और इसका व्यापक प्रभाव हुआ।

इसके पूर्व मुस्लिम पर्सलन बोर्ड, तथाकथित मुस्लिम धर्म के ठेकेदार और कांग्रेस सहित सपा, बसपा, राकांपा, तृणमूल आदि अनेकों राजनीतिक दलों ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, भाजपा, विश्व हिंदू परिषद आदि हिंदुत्ववादी संगठनों का भय दिखाकर गुमराह किया और मलाई खाई लेकिन मुसलमानों के सामाजिक व आर्थिक हालातों को सुधारने के लिए कुछ नहीं किया बल्कि मुस्लिम समाज को मुख्य धारा से अलग कर अलगाव की ओर धकेला। केवल मुस्लिम वोट बैंक की राजनीति कर अपना उल्लू सीधा किया।

कांग्रेस के राज में सच्च्चर कमेटी की रिपोर्ट के बाद सच्चाई सामने आई, तब मुस्लिम समाज को पता चला कि मुस्लिम हित की बात करने वाली पार्टियों ने उनका सामाजिक-आर्थिक स्तर तो उंचा नहीं उठाया बल्कि उन्हें सभी क्षेत्रों में पिछड़ा बना दिया है। सेक्युलर दलों द्वारा मुसलमानों को डराया जाता था कि भाजपा सरकार आने पर उनका जीना मुहाल हो जाएगा, उन्हें मारा-पीटा जाएगा। उन्हें चैन से जीने नहीं दिया जाएगा। लेकिन मोदी सरकार की न्यायपूर्ण, निष्पक्ष कार्यप्रणाली देखने के बाद पूर्वाग्रह से ग्रस्त मुस्लिम समाज में बदलाव की बयार चल रही है। भाजपा से दूरी बनाने वाला मुस्लिम समाज अब बहुतायत में भाजपा में शामिल होकर मोदी सरकार का गुणगान कर रहा है और सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का भरपूर लाभ भी उठा रहा है।

कांग्रेस, सपा, बसपा आदि सेक्युलर राजनीतिक पार्टियों के राज में हर वर्ष ही अनेकों छोटे-बड़े दंगे होते थे। किंतु मोदी सरकार के कार्यकाल में एक भी दंगा नहीं हुआ। सांप्रदायिक सौहार्द नहीं बिगड़ा। कानून-व्यवस्था का राज देश में बेहतर ढंग से चल रहा है। आतंकवादी और अपराधियों के बढ़ते हौसलों को पस्त किया गया। राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंरिक सुरक्षा पहले से बहुत ज्यादा मजबूत की गई। पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है। देशहित में मोदी सरकार कड़े और साहसिक फैसले ले रही है। विश्व में बढ़ती भारत की प्रतिष्ठा और सम्मान को देख कर हर भारतवासी गर्व महसूस करता है। मोदी सरकार की अनेकों उपलब्धियों को देख कर मुस्लिम समाज भी अलगाव वादी धारा को छोड़ कर भारत की मुख्यधारा में शामिल होने के लिए बेताब दिखाई दे रहा है। कुल मिलाकर देखा जाए तो मुस्लिम समाज का झुकाव मोदी सरकार की ओर बढ़ता जा रहा है और ये भाजपा के लिए सुखद संकेत है। इसके साथ ही मुस्लिम समाज के बीच भाजपा का बढ़ता जनाधार बेहतर कल का आगाज है। जिससे देश में एकता, समानता को बल मिलेगा।

   लेखक मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक है

 

 

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